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मोदी सरकार के मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंदी पर दिया अजीबोगरीब तर्क

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नई दिल्ली। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अपने अजीबोगरीब तर्क की वजह से सुर्खियों में आ गए हैं। आर्थिक मंदी पर बात करते हुए शनिवार को उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया कि हर जगह उनकी चर्चा होने लगी।

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि तीन-तीन फिल्में करोड़ों का कारोबार कर रही हैं, तो फिर देश में मंदी कहां है। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर 3 फिल्मों ने 120 करोड़ रुपये की कमाई की।

मुंबई में शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश में मोबाइल, मेट्रो और सड़कें बन रही हैं, जिससे लोगों को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था का आधारभूत ढांचा मजबूत है और महंगाई दर नियंत्रण में हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि एफडीआई सबसे ऊंचे स्तर पर है।

प्रसाद ने कहा कि जीडीपी की विकास दर बरकरार है। देश में मोबाइल मैनुफैक्चरिंग की 268 फैक्ट्रियां हैं। मेट्रो का निर्माण हो रहा है। रोड बन रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों के पास नौकरी है। प्रसाद ने एनएसएसओ की ओर से नौकरी को लेकर जारी किए गए आंकड़ों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि देश में मंदी नहीं है।

केंद्रीय मंत्री ने अपने दावे के समर्थन में ईपीएफ के आंकड़े बताए और किसानों की आत्महत्या के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि हम कारणों की पहचान कर रहे हैं। मरहम लगा रहे हैं। उन्होंने शिवसेना के घोषणा पत्र पर कुछ भी बोलने से इनकार किया।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 रुपये के बदले देना पड़ेगा 35,453 रुपये, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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