Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

संजीव चतुर्वेदी ने अपने लिए मांगा काम

Published

on

Loading

नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले नौकरशाह एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पूर्व मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) संजीव चतुर्वेदी ने कैबिनेट सचिव पी.के. सिन्हा को एक पत्र लिखकर अपने लिए काम आवंटित करने का अनुरोध किया है। चतुर्वेदी को वर्ष 2014 में सीवीओ का कार्यकाल समाप्त होने से बहुत पहले ही पद से हटा दिया गया गया था।

रिपोर्टों के अनुसार, चतुर्वेदी हालांकि एम्स में उप सचिव के तौर पर कार्यरत रहे, लेकिन उन्हें पूर्व में आवंटित सभी काम उनसे वापस ले लिए गए। चतुर्वेदी ने कैबिनेट सचिव को लिखे पत्र में कहा है, “एम्स से जुड़ने के बाद मुझे संस्थान के सीवीओ का कार्यभार दिया गया। साथ ही सामान्य अनुभाग, संपत्ति खंड व शिकायत संबंधी अन्य छोटे-मोटे काम भी सौंपे गए। इन सभी कामों को किसी वजह का हवाला दिए बिना और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री तथा स्वास्थ्य सचिव द्वारा मेरा रिकॉर्ड उत्कृष्ट बताए जाने के बावजूद एक-एक कर मुझसे वापस ले लिया गया।”

चतुर्वेदी ने पत्र में जितनी जल्दी हो सके कैबिनेट सचिव से मुलाकात का समय भी मांगा है। चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि उनकी यह स्थिति नेताओं और नौकरशाहों के सत्ता गठजोड़ के खिलाफ आवाज उठाने के कारण हुई। उन्होंने हालांकि अपने कदमों को वाजिब ठहराया।

उन्होंने कहा, “मुझे बिना किसी काम के पूरा वेतन (एक लाख से अधिक) दिया जा रहा है और मेरे लिए यह बहुत ही अपमानजनक है।” चतुर्वेदी ने लिखा, “यह वित्तीय और मानव संसाधनों की बर्बादी है और हमारे जैसे एक गरीब देश के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, जहां हमारी दो तिहाई आबादी अपनी आजीविका के लिए रोज संघर्ष कर रही है।”

उन्होंने पत्र में यह भी बताया कि काम आवंटित किए जाने को लेकर किस तरह उनके बार-बार के अनुरोध को मौजूदा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने अनसुना कर दिया।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

Published

on

Loading

प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

Continue Reading

Trending