कृषिर्भूवाचकः शब्दो नश्र्च निर्वृंतिवाचकः। तयोरैक्यं परं ब्रह्म कृष्ण इत्यभिधीयते।। (गोपालपूर्वतापिन्युपनिषद् – 1) कृषि माने सत्ता, भू शब्द से भू, भू माने सत्त ‘ण’ माने आनन्द, तो-...
कर्म की भी व्याख्या लम्बी चौड़ी की गई कि ये तो बेचारा केवल स्वर्ग तक ले जायेगा बशर्ते कि छः नियमों कर ठीक ठीक पालन हो,...
आजकल के वैज्ञानिक भी मानते हैं कि ये पृथ्वी तो बड़ी छोटी सी है। हाँ। चन्द्रलोक आप देखते हैं, इसका चार सौ गुना बड़ा सूर्य और...
एक जड़ शक्ति माया और एक जीवशक्ति तटस्थ, एक पराशक्ति अन्तरंग। तो अनन्त शक्तियों का और विरोधी शक्तियों का शक्तिमान् भगवान्। अतएव उसके कार्य भी सब...
ये कोई ऋषि मुनि मनुष्य नहीं बना सकता। अरे बनाने से ही काम नहीं चलेगा। बनाने के बाद आपने क्या किया? संसार के परमाणु परमाणु में...
उसके मन वन नहीं है- अदृष्टमव्यवहार्यमग्राह्यमलक्षणमचिन् त्यमव्यपदेश्यमेकात्मप्रत्ययसारं प्रपंचोपशमं शान्तं शिवमद्वैतम् । (माण्डूक्यो. 7वाँ मंत्र) स पर्यगाच्छुक्रमकायमव्रणमस् नाविरँशुद्धमपापविद्धम् । कविर्मनीषी परिभूः स्वयम्भूः।। (ईशा. 8) इन्द्रिय, मन, बुद्धि...
अरे वो तो आत्माराम है उसको बाहर से क्या चाहिये और क्यों चाहिये? वो तो परिपूर्णतम ब्रह्म है। हाँ। और आप सृष्टि का कर्म करते हैं।...
वेदान्त कहता है। श्रीकृष्ण में विचित्र शक्तियाँ हैं। उसी के अन्दर हैं, प्रकट नहीं होती। अरे गधे की अकल से समझो। एक लड़का है तीन साल...
अर्थात् इन श्रीकृष्ण भगवान् की शक्तियाँ तो अनन्त हैं। किन्तु तीन प्रमुख शक्तियाँ हैं। एक का नाम पराशक्ति, एक का नाम जीवशक्ति और एक का नाम...
ब्रह्मा के उपासक ज्ञानी, इनको स्वरूपानन्द मिलता है। परमात्मा के उपासक योगी, इनको अनुभवानन्द मिलता है, भगवान श्रीकृष्ण के उपासक भक्त इनको प्रेमानन्द मिलता है। इन...