प्रादेशिक
तमिलनाडु में वेदांता के स्टरलाइट कॉपर संयंत्र पर लगा ताला, भूमि आवंटन भी रद
देश के सबसे बड़े कॉपर कारखाने को तमिलनाडु सरकार ने स्थाई रूप से बंद करने का आदेश दिया है। तमिलनाडु सरकार ने वेदांता समूह के स्टरलाइट कॉपर संयंत्र को सील करने और इसे ‘स्थाई रूप से’ बंद करने का आदेश दिया। इसके साथ ही स्टरलाइट के विस्तार के लिए भूमि आवंटन भी रद्द कर दिया गया है।।
तमिलनाडु सरकार ने यह आदेश स्टरलाइट संयंत्र के चालू रहने को लेकर विरोध के दौरान पुलिस गोलीबारी में 13 लोगों की मौत के एक हफ्ते के बाद जारी किया है। इस पर वेदांता समूह ने कहा कि वह स्टरलाइट के तूतीकोरिन कॉपर संयंत्र को बंद करने के आदेश का अध्ययन करेगी और उसके बाद ही कोई कदम उठाएगी।
सरकार के आदेश में कहा गया है कि सरकार के ध्यान में यह लाया गया है कि तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) ने इस साल नौ अप्रैल के अपने आदेश में तूतीकोरिन के कॉपर संयंत्र के संचालन की सहमति का नवीनीकरण नहीं किया और इसके बाद 23 मई को पीसीबी ने इसे बंद करने व बिजली आपूर्ति के कनेक्शन काटने के निर्देश जारी किए हैं।
आदेश में कहा गया है, “जल अधिनियम 1974 के 18 (1)(बी) की धाराओं के तहत व्यापक जनहित में सरकार टीएनपीसीबी के बंद करने के निर्देश का समर्थन करती है और टीएनपीसीबी को इकाई को सील करने व संयंत्र को स्थायी रूप से बंद करने का निर्देश दिया।”
मुख्यमंत्री ई.के. पलनीस्वामी ने एक अलग बयान में कहा कि कॉपर संयंत्र के ‘संचालन की सहमति’ इस साल मार्च में समाप्त हुई थी और इसे टीएनपीसीबी द्वारा नवीनीकृत नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि 24 मई को संयंत्र की बिजली व पानी के कनेक्शन की आपूर्ति काटी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तूतीकोरिन के लोगों की संयंत्र को बंद करने की मांग स्वीकार कर ली गई है और इस प्रभाव के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
Tamil Nadu governor Banwarilal Purohit reaches #Thoothukudi‘s Government General hospital to meet victims of Sterlite Protests. pic.twitter.com/AuYe25EhDf
— ANI (@ANI) May 29, 2018
आदेश का स्वागत करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्हें इस पर कैबिनेट के फैसले की आवश्यकता है, अन्यथा कंपनी अदालत में जाएगी और स्थगन ले ली। वे यह भी चाहते हैं कि केंद्र सरकार भी इसी तरह का रुख अपनाए। शहर में जनजीवन फिर से सामान्य हो रहा है। दुकानें व अन्य प्रतिष्ठान उपभोक्ताओं के लिए खुल रहे हैं।
तूतीकोरीन ट्रेडर्स संघ के एस.राजा ने बताया, “दुकानें अब खुल गई हैं। हालात सामान्य हो रहे हैं, लेकिन जब तक तांबा संयंत्र स्थाई तौर पर बंद नहीं होगा, शहर में पूर्ण शांति बहाल नहीं होगी।”
स्टरलाइट के तूतीकोरिन संयंत्र बंद करने के आदेश का करेंगे अध्ययन : वेदांता
वेदांता कंपनी ने एक बयान में कहा, “स्टरलाइट कॉपर संयंत्र को बंद करना एक दुर्भाग्यपूर्ण कार्रवाई है। हम पिछले 22 साल से संयंत्र को सर्वाधिक पारदर्शी और टिकाऊ तरीके से चला रहे हैं और तूतीकोरीन और राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान दिया है। हम आदेश का अध्ययन करने के बाद अगला कदम उठाएंगे।”
बंबई स्टॉक एक्सचेंज में नियामकीय फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि उसे तमिलनाडु सरकार की तरफ से तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) को कंपनी के संयंत्र को बंद करने का 28 मई 2018 को जारी आदेश प्राप्त हुआ है, जिसे संयंत्र को हमेशा के लिए बंद करने का आदेश दिया गया है।
स्टरलाइट के विस्तार के लिए भूमि आवंटन रद्द
Chennai: MK Stalin & other DMK MLAs arrive in #TamilNadu assembly wearing black clothes as a mark of protest against police firing on anti-Sterlite protestors in #Thoothukudi. 13 people had lost their lives in the incident. pic.twitter.com/gVEWbbmPGs
— ANI (@ANI) May 29, 2018
वेदांता लिमिटेड को दूसरा झटका देते हुए तमिलनाडु राज्य उद्योग संवर्धन निगम लिमिटेड (एसआईपीसीओटी) ने मंगलवार को तूतीकोरिन में कॉपर संयंत्र के विस्तार के लिए जमीन का आवंटन ‘व्यापक जनहित’ में रद्द कर दिया। सरकारी एजेंसी ने कहा कि 342.22 एकड़ के लिए जमा की गई कीमत को मानदंड के अनुसार वापस किया जाएगा।
वेदांता के पहले कॉपर संयंत्र की सालाना क्षमता 400,000 टन है। वेदांता ने नवंबर 2017 में कहा कि इसके बोर्ड ने कॉपर संयंत्र के विस्तार को 71.7 करोड़ डॉलर की पूंजीगत व्यय के साथ 800,000 टीपीए करने की मंजूरी दे दी है, जिसमें 14.1 करोड़ डॉलर की राशि पहले ही खर्च की जा चुकी है। (इनपुट आईएएनएस)
उत्तर प्रदेश
सीएम योगी ने की गोसेवा, भवानी और भोलू को खूब दुलारा
गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान गोसेवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा है। इसी क्रम में शनिवार सुबह भी उन्होंने मंदिर की गोशाला में समय बिताया और गोसेवा की। मुख्यमंत्री ने गोवंश को गुड़ खिलाया और गोशाला के कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए। गोसेवा के दौरान उन्होंने सितंबर माह में आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से गोरखनाथ मंदिर लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के दो गोवंश भवानी और भोलू को खूब दुलारा।
दक्षिण भारत से लाए गए गोवंश की इस जोड़ी (एक बछिया और एक बछड़ा) का नामकरण भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही किया था। उन्होंने बछिया का नाम भवानी रखा है तो बछड़े का नाम भोलू। मुख्यमंत्री जब भी गोरखनाथ मंदिर प्रवास पर होते हैं, भवानी और भोलू का हाल जरूर जानते हैं। सीएम योगी के दुलार और स्नेह से भवानी और भोलू भी उनसे पूरी तरह अपनत्व भाव से जुड़ गए हैं। शनिवार को गोशाला में सभी गोवंश की सेवा करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने भवानी और भोलू के साथ अतिरिक्त वक्त बिताया। उन्हें खूब दुलार कर, उनसे बातें कर, गुड़ और चारा खिलाया। सीएम योगी के स्नेह से ये गोवंश भाव विह्वल दिख रहे थे।
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