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आध्यात्म

नागपंचमी राशिफल : इन 5 राशि के लोगों के अच्छे दिन की होगी शुरूआत

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नागपंचमी से कुछ राशियों के शुभ समय की शुरुआत होने जा रही है। ज्योतिष के अनुसार – माता लक्ष्मी की कृपा बेहद खास और भाग्यशाली लोगों पर ही पड़ती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार – इन 5 राशि के ऐसे जातक हैं। जिन राशियों के ऊपर माता लक्ष्मी की असीम बनी रहने वाली है। इससे उनके जीवन से सभी संकट और दुखों का अंत हो सकता है।

बता दें, इन राशि के जातकों के लिए आज का दिन बहुत ही शुभ रहने वाला है। इन राशि के जातकों को दिन दुगुनी और रात चौगुनी तरक्की करने के कई शुभ अवसर प्राप्त होंगे। व्यवसाय से जुड़े सभी तरह की परेशानियां दूर होंगी।

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इन राशि वालों का आने वाला समय आपके लिए बहुत ही लाभकारी और फायदेमंद साबित होने वाला है। दोस्तों की मदद से आप किसी नए बिजनेस या व्यापार की शुरूआत कर सकते हैं। इस दिन आपको अपना सच्चा प्यार भी मिल सकता है। जिन राशि को लाभ मिलाने वाला हैं, वो हैं – तुला, धनु, कुंभ, मिथुन और मीन राशि हैं।

 

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व्रत एवं त्यौहार

CHHATH POOJA 2024 : जानें कब से शुरू होगी छठी मैया की पूजा, जानिए इसे क्यों मनाते हैं

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मुंबई। त्रेतायुग में माता सीता और द्वापर युग में द्रौपदी ने भी रखा था छठ का व्रत रामायण की कहानी के अनुसार जब रावण का वध करके राम जी देवी सीता और लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या वापस लौटे थे, तो माता सीता ने कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को व्रत रखकर कुल की सुख-शांति के लिए षष्ठी देवी और सूर्यदेव की आराधना की थी।

छठ पूजा क्यों मनाते है ?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा अर्चना और अर्घ्य देने से सुख-शांति, समृद्धि, संतान सुख और आरोग्य की प्राप्ति होती है। छठ पूजा को डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है। यह चार दिनों तक चलने वाला त्योहार है, जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। छठ पर्व के दौरान प्रकृति के विभिन्न तत्वों जैसे जल, सूर्य, चंद्रमा आदि की पूजा की जाती है. यह प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का एक तरीका है और हमें प्रकृति के संरक्षण का महत्व सिखाता है. छठ का व्रत बहुत कठिन होता है. व्रतधारी 36 घंटे तक बिना पानी पिए रहते हैं. साथ ही छठ पर्व सभी वर्गों और समुदायों के लोगों को एक साथ लाता है. इस पर्व के दौरान लोग मिलकर पूजा करते हैं, भोजन करते हैं और एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं. इससे सामाजिक एकता और भाईचारा बढ़ता है.

छठ पर्व के 4 दिन

छठ पूजा का पहला दिन, 5 नवंबर 2024- नहाय खाय.
छठ पूजा का दूसरा दिन, 6 नवंबर 2024- खरना.
छठ पूजा का तीसरा दिन, 7 नवंबर 2024-डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य.
छठ पूजा का चौथा दिन, 8 नवंबर 2024- उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण

 

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