प्रादेशिक
27 साल की इस लोकप्रिय सिंगर की मौत, परिजनों ने लगाया जहर देने का आरोप
नई दिल्ली। लोकप्रिय संबलपुरी सिंगर रुकसाना बानो की मौत हो गई है। वो बीते 15 दिनों ने एम्स भुवनेश्वर में एडमिट थीं। बीते बुधवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। रुखसाना की मां और बहन ने आरोप लगाया कि उन्हें पश्चिमी ओडिशा के उनके एक प्रतिद्वंद्वी गायक ने जहर दिया है, लेकिन उन्होंने कलाकार की पहचान उजागर नहीं की। उन्होंने दावा किया कि रुखसाना को पहले भी धमकियां मिली थीं। करीब 15 दिन पहले बोलनगीर में शूटिंग के दौरान जूस पीने के बाद रुखसाना बीमार पड़ गईं। उन्हें 27 अगस्त को भवानीपटना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
सिंगर की बहन रूबी बानो ने बताया कि प्रारंभिक उपचार के बाद उन्हें बोलनगीर के भीमा भोई मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में रेफर कर दिया गया और बाद में उसकी हालत बिगड़ने पर उसे बरगढ़ के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। बाद में जब हालत में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें एम्स भुवनेश्वर लाया गया। रुखसाना की मां ने भी इसी तरह के दावे करते हुए एक वीडियो संदेश भी जारी किया था।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। मां का दावा है कि रुकसाना को जान-बूझकर मारा गया है और पुलिस इस मामले की गहनता से जांच करे। वहीं अब पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। डॉक्टरों की मानें तो रुकसाना Scrub Typhus नामक बीमारी से पीड़ित थी, लेकिन अभी उनकी मौत होने के पीछे की असली वजह सामने नहीं आई है।
उत्तर प्रदेश
लंगड़े भेड़िए ने बनाया अपना नया झुंड, डर के साए में जीने को मजबूर लोग
बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में आदमखोर भेड़ियों का आतंक जारी है। माता-पिता अपनी और अपने बच्चों की जान को लेकर फिक्र मंद हैं। यहां पांचवें भेड़िए के पकड़े जाने के बाद अब बस एक लंगड़ा भेड़िया बचा है। यह छठा भेड़िया लगातार महिलाओं और बच्चों को अपना निशाना बना रहा है।
इस बीच बहराइच में भाजपा के विधान परिषद सदस्य पदमसेन चौधरी के फार्म हाउस पर की बुधवार शाम चार भेड़ियों का झुंड देखा गया है। स्थानीय लोगों का दावा है कि इस झुंड में एक लंगड़ा भेड़िया भी है। माना जा रहा है कि ये वही भेड़िया है जिसकी वन विभाग को तलाश है। हालांकि भेड़ियों के नए झुंड ने लोगों का डर और ज्यादा बढ़ गया है।
भाजपा के विधान परिषद सदस्य पदमसेन चौधरी ने बताया है कि सिसैया चूरामनि गांव से मात्र पांच किलोमीटर दूरी पर उनके फार्म हाउस पर बुधवार शाम चार भेड़ियों का एक झुंड देखा गया। इनमें से एक भेड़िया लंगड़ा बताया जा रहा है। ग्रामीणों ने भेड़ियों को घेरना शुरू किया तो वे हमारे मक्के के खेत से होते हुए पड़ोसी के खेत में चले गये। अब संभवतः किसी खेत में ही भेड़िए छिपे हैं। हालांकि, वन अधिकारी ने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि इस नये झुंड में आदमखोर भेड़िया शामिल होगा। अधिकारी ने कहा कि भेड़ियों का ये झुंड अगर नरभक्षी नहीं है, फिर भी इसे पकड़ने की कवायद हुई तो इसके सदस्य भेड़िये भी बदले की भावना से इंसानों पर हमलावर हो सकते हैंर और ज्यादा बढ़ा दिया है।
बहराइच के महसी तहसील अंतर्गत घाघरा नदी के कछार में स्थित 50 गांवों के हजारों लोग भेड़ियों के हमलों से दहशत में हैं। यहां आदमखोर भेड़ियों ने इस साल मार्च में सबसे पहले एक बच्चे पर हमला कर दिया था, लेकिन जुलाई के बाद से भेड़ियों का हमला बढ़ता जा रहा है। ये भेड़िये अक्सर घरों में सो रहे बच्चों को निशाना बनाते हैं। डेढ़ महीने में भेड़ियों का झुंड महिलाओं और बच्चों समेत दस लोगों की जान ले चुका है. इसके अलावा भेड़ियों ने 35 लोगों को घायल कर दिया है।
-
नेशनल2 days ago
जमीन के बदले नौकरी घोटाला: लालू यादव, तेजस्वी को समन, कोर्ट ने पहली बार तेज प्रताप को भी पेश होने को कहा
-
नेशनल2 days ago
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने जारी किया अपना गारंटी पत्र
-
नेशनल2 days ago
एक हफ्ते में सरकारी आवास खाली करेंगे केजरीवाल, हमें उनकी सुरक्षा की चिंता: संजय सिंह
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय से जुड़ी मस्जिद की मीनारों को ढहाया गया, पुलिस की निगरानी में हुआ पूरा काम
-
नेशनल3 days ago
सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में बुलडोजर एक्शन पर लगाई रोक, कहा- बिना हमारी अनुमति एक्शन न लें
-
खेल-कूद3 days ago
भारतीय हॉकी टीम ने 5वीं बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया, चीन को 1-0 से हराया
-
नेशनल2 days ago
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: पहले चरण में 24 सीटों पर वोटिंग जारी, 11 बजे तक 26.72 फीसदी मतदान
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
लेबनान में एक साथ हजारों पेजरों में ब्लास्ट से आठ की मौत, 2700 से अधिक घायल, हमले के पीछे इजरायल का हाथ होने का शक