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दिल्ली में भूूख से हुई थी तीनों बच्चों की मौत, पुलिस को है फरार पिता की तलाश

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दिल्ली

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नई दिल्ली। तीन बच्चियों के उनके घर में भूख से मौत के मामले के सामने आने के बाद अधिकारियों ने गुरुवार को इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।पुलिस ने बच्चियों के पिता को ढूंढने के लिए टीमों को लगाया है। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने दिल्ली पुलिस से मामले में एक रिपोर्ट मांगी है जबकि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शोकाकुल परिवार से मुलाकात की।

पुलिस उपायुक्त (पूर्व) पंकज कुमार सिंह ने कहा कि बच्चियों के पिता की तलाश के लिए टीमों को लगाया गया है। वह मंगलवार को घटना के बाद से लापता है।

पूर्वी दिल्ली के मंडावली में बच्चियों की मां से मुलाकात करने के बाद सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार महिला का ख्याल रखेगी, जोकि मानसिक रूप से अस्वस्थ है और हम सुनिश्चित करेंगे कि उसे बेहतरीन इलाज मिल सके। उन्होंने कहा कि 25 हजार की आर्थिक मदद दी जाएगी और बच्चियों के पिता के लौटने के बाद और मदद दी जाएगी।

सिसोदिया ने बच्चियों की मां से मुलाकात के बाद कहा, राष्ट्रीय राजधानी में तीन बच्चियों की मौत, गरीबी या भुखमरी, चाहे जिस भी कारण से हुई हो, यह हम सब के लिए चिंता का कारण है।

उन्होंने कहा, मौत गरीबी, भुखमरी या किसी अन्य बीमारी से हुई है, तो यह हमारी प्रणाली की असफलता है।

सिसोदिया ने उसके बाद नियोजन विभाग को ‘शहर की प्रत्येक गली में रहने वाले’ लोगों के शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य जानकारियों से संबंधित सभी आंकड़ें देने के लिए कहा।

इस बीच, दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने घटना को ‘अत्यधिक दुखद और चौंकाने वाला’ बताया और दिल्ली पुलिस को मामले के बारे में शुक्रवार तक रिपोर्ट देने को कहा।

डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को दिए नोटिस में कहा है, आयोग ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। इसी के संदर्भ में परिस्थितियों के पूर्ण विवरण के साथ एक तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रदान करें जिसके कारण मौत हुई है। इसमें मामले की जांच रिपोर्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और माता-पिता की स्वास्थ्य स्थिति से संबंधित रिपोर्ट उपलब्ध कराएं।

दिल्ली कांग्रेस इकाई प्रमुख अजय माकन ने राष्ट्रीय राजधानी में ‘कुपोषण से मौत’ पर आश्चर्य जताया, जिसकी देश में सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति आय है।

उन्होंने कहा, इतने लंबे समय तक यहां रहने के बाद भी परिवार के पास राशन कार्ड नहीं था। बड़ी बच्ची जो स्कूल जाती थी, वह स्कूल में मध्याह्न् भोजन मिलने के बावजूद भी कैसे भूख और कुपोषण से मर सकती है?

उन्होंने अरविंद केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, कहां गई आम आदमी कैंटीन, जिसमें वादा किया गया था कि गरीब आदमी को 10 रुपये में भोजन मिलेगा।

तीनों बच्चियों को उनके पड़ोसियों द्वारा मंगलवार को उनके एक कमरे के घर में बेहोशी की हालत में पाया गया। इन बच्चियों को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल से जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। दिल्ली सरकार ने इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।

नेशनल

जम्मू कश्मीर के बडगाम में गैर कश्मीरियों पर आतंकी हमला, दो मजदूरों को मारी गोली

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जम्मू। जम्मू कश्मीर के बडगाम जिले में आतंकियों ने गैर-कश्मीरी नागरिकों को निशाना बनाया है. घायल दो मजदूर उत्तर प्रदेश के रहने वाले बताए जा रहे हैं. पिछले 30 दिनों में घाटी में गैर-स्थानीय मजदूरों पर यह तीसरा हमला है.

घायल मजदूरों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मजदूरों को गोली मारी जाने की घटना के बाद पूरे बडगाम इलाके में हड़कंप मच गया. घटनास्थल पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं.

सूत्रों ने बताया, जम्मू और कश्मीर (जेके) के बडगाम जिले में शुक्रवार शाम आतंकवादियों की गोलीबारी में दो गैर-स्थानीय लोग घायल हो गए. दोनों घायलों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. समय रहते इलाज कर डॉक्टरों ने घायल मजदूरों की जान बचाई. उनके प्रयासों की हर कोई सराहना कर रहा है. उन्होंने बताया कि यह घटना जिले के मगाम इलाके के पास माझामा गांव में हुई.

मिली सूचना के अनुसार, हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी और हमलावरों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया. हालांकि आतंकी अभी सुरक्षा बलों की गिरफ्त से बाहर हैं. सुरक्षा बल उनकी तलाश के लिए चप्पे-चप्पे में जुटे हुए हैं. बडगाम के हर इलाके में आतंकियों को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.

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