Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

गुजरात दलित मुद्दे पर राज्यसभा में हंगामा, कार्यवाही स्थगित

Published

on

उना दलित मुद्दे पर राज्यसभा की कार्यवाही में व्यवधान

Loading

उना दलित मुद्दे पर राज्यसभा की कार्यवाही में व्यवधाननई दिल्ली| गुजरात के उना में दलितों पर अत्याचार के मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों द्वारा चर्चा की मांग के बीच बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। गौरतलब है कि मंगलवार को जिस दलित युवक ने आत्महत्या की। वह उन पांच दलित युवकों में शामिल है जिन्होंने गुजरात में अलग-अलग घटनाओं में आत्महत्या करने का प्रयास किया।

राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा), तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस सहित विभिन्न पार्टियों के सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस भी जमा कराए।

राज्यसभा के उपसभापति पी.जे. कुरियन नोटिसों की जांच कर रहे थे कि विपक्षी सदस्यों ने सभापति के आसन के पास जाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी।

इसके बाद सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।

जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने कहा कि गुजरात सरकार ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की है।

विपक्षी सदस्यों के विरोध और नारेबाजी के बीच गहलोत ने कहा, “गुजरात सरकार ने कार्रवाई की है। प्राथमिकी दर्ज की गई है और दलितों के खिलाफ अत्याचार पर कदम उठाए गए हैं। सरकार पीड़ित दलित परिवारों को वित्तीय सहायता भी उपलब्ध करा रही है।”

मंत्री ने कहा कि इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं और दो महीने में जांच रिपोर्ट आ जाएगी।

उन्होंने दलित के जहर खाकर आत्महत्या करने पर दुख भी व्यक्त किया।

गहलोत ने कहा, “कुछ लोगों ने जहर खाया था जिसमें से एक की मौत हो गई। यह दुखद है। उन्हें भी वित्तीय मदद दी जाएगी।”

हालांकि मंत्री ने कहा कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।

इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने नारेबाजी जारी रखी। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सभापति के पोडियम के पास खड़े हो गए, जिसके बाद कुरियन ने दोपहर 12 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।

जैसे ही 12 बजे सदन की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हुई। सदन के भीतर हालात पहले जैसे ही थे, जिस वजह से सभापति हामिद अंसारी को सदन की कार्यवाही दोपहर 12.31 बजे और फिर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

Published

on

Loading

नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

Continue Reading

Trending