Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

लखनऊ: जहरीली शराब कांड पर योगी का एक्शन, हटाए गए पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में मंगलवार को देर रात बड़ी कार्रवाई कर दी। सीएम योगी ने लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय को उनके पद से हटाकर डीके ठाकुर को लखनऊ का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया है। डीके ठाकुर 1994 बैच के आईपीएस अफसर हैं और लखनऊ के एसएसपी भी रह चुके हैं।

सुजीत पाण्डेय को एडीजी पीटीसी सीतापुर के पद पर तैनात किया गया है। जी के गोस्वामी को एटीएस का आईजी बनाया गया है। वह हाल ही में सीबीआई से लौटे हैं। वहीं केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे राजकुमार को अपर पुलिस महानिदेशक कार्मिक बनाया गया है।

दरअसल, राजधानी लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र के लतीफनगर गांव में सरकारी राशन के कोटेदार द्वारा बीते एक लंबे समय से अवैध रूप से शराब बेची जा रही थी। जिसके चलते बीते 15 नवंबर को ज़हरीली शराब के सेवन से अब तक 6 लोगो की मौत हो चुकी है। वही आधा दर्जन से अधिक लोग अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।

इस मामले में डीएम अभिषेक प्रकाश ने मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे। मामले में एफआईआर दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा उस दुकान को भी सील कर दिया गया है, जहां से शराब खरीदी गई थी।

IANS News

महाकुंभ में बिछड़ने वालों को अपनों से मिलाएंगे एआई कैमरे, फेसबुक और एक्स भी करेंगे मदद

Published

on

Loading

प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी योगी आदित्यनाथ सरकार पहली बार इतने व्यापक स्तर पर महाआयोजन का डिजिटलाइजेशन कर रही है। यहां एआई की मदद से ऐसे कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो 45 करोड़ श्रद्धालुओं की हिफाजत में 24 घंटे तैनात रहेंगे। एआई लाइसेंस वाले इन कैमरों के साथ ही फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म भी बिछड़ने वाले परिजनों को खोजने में तत्काल मदद करेंगे।

मदद करेगा डिजिटल खोया पाया केंद्र

इस बार महाकुंभ में देश विदेश से बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को अपनों को खोने का डर नहीं सताएगा। मेला प्रशासन ने इसकी व्यापक कार्ययोजना तैयार की है। इसके लिए डिजिटल खोया पाया केंद्र को एक दिसंबर से लाइव किया जाएगा। इसके माध्यम से 328 एआई लाइसेंस वाले कैमरे पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखेंगे। इन सभी कैमरों का परीक्षण कर लिया गया है। पूरे मेला क्षेत्र को इन विशेष कैमरों से लैस किया जा रहा है। योगी सरकार के निर्देश पर बड़े पैमाने पर कैमरे इंस्टॉल करने का काम अपने अंतिम चरण में है। मेला क्षेत्र की चार लोकेशन पर इन विशेष एआई कैमरों का परीक्षण भी किया जा चुका है।
महाकुंभ में अब कोई भी अपना बिछड़ने नहीं पाएगा।

पलक झपकते काम करेगी तकनीक

महाकुंभ 2025 में शामिल होने वाले श्रृद्धालुओं के लिए सरकार ने ऐसे डिजिटल खोया-पाया केंद्रों की स्थापना की है, जो तकनीक के सहारे चलेंगे और पलक झपकते ही अपनों से मिलाएंगे। इसमें हर खोए हुए व्यक्ति का डिजिटल पंजीकरण तुरंत किया जाएगा। पंजीकरण होने के बाद एआई कैमरे गुमशुदा की तलाश में जुट जाएंगे। यही नहीं, गुमशुदा की जानकारी को फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी शेयर किया जाएगा। यह व्यवस्था महाकुंभ मेले को न केवल सुरक्षित बनाएगी, बल्कि परिवारों को जल्दी और आसानी से अपने प्रियजनों से जोड़ने का काम करेगी।

फोटो से मिलान करेगा एआई

महाकुंभ में अपनों से बिछड़ने वाले व्यक्तियों की पहचान के लिए फेस रिकग्निशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा। यह तत्काल काम करेगा। यहां 45 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। ऐसे में एआई कैमरे तत्काल फोटो खींचकर व्यक्ति की पहचान कर लेंगे। इस काम में सोशल मीडिया भी तत्पर रहेगा।

पहचान का देना होगा प्रमाण

जो भी व्यक्ति महाकुंभ मेले में अपनों से बिछड़ेगा, उसका सुरक्षित, व्यवस्थित और जिम्मेदार प्रणाली के तहत ख्याल भी रखा जाएगा। किसी भी वयस्क को बच्चे या महिला को ले जाने से पहले सुनिश्चित करना होगा कि वह उसे पहचानते हैं और उनकी पहचान प्रमाणिक है।

Continue Reading

Trending