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उत्तराखंड

Uttarakhand : 41 ग्राम चरस के साथ एक व्यक्ति गिरफ्तार

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उत्तराखंड के कौसानी में पुलिस ने एक किलो 41 ग्राम चरस के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एसपी मणिकांत मिश्रा ने चरस तस्करी मामले का खुलासा करते हुए जानकारी दी कि सात दिसंबर को कौसानी की थानाध्यक्ष निधि शर्मा पुलिस टीम के साथ चेकिंग अभियान चला रही थी।

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मुखबिर की सूचना पर छतरी बैंड कौसानी के पास एक संदिग्ध व्यक्ति हंसा भारती(60) निवासी पल्यूड़ा के पास चरस बरामद की गई।उक्त आरोपी के खिलाफ पुलिस ने चरस की तस्करी करने पर मुकदमा दर्ज किया है। एसपी ने पुलिस टीम की सराहना करते हुए थानाध्यक्ष कौसानी शर्मा को दो हजार रुपये से पुरस्कृत किया।

एसपी ने बताया कि पूछताछ में हंसा भारती से पता चला है कि वह पूर्व में भी करीब 15 बार चरस खरीदकर सोमेश्वर में बेच चुका है। पुलिस टीम में कांस्टेबल सुरेंद्र कुमार, कुलदीप आर्या, माला पांडा, दीवान सिंह आदि शामिल थे।

उत्तराखंड

शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद

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उत्तराखंड। केदारनाथ धाम में भाई दूज के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए शीतकाल का आगमन हो चुका है। बाबा केदार के कपाट रविवार सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए। इसके साथ ही इस साल चार धाम यात्रा ठहर जाएगी। ठंड के इस मौसम में श्रद्धालु अब अगले वर्ष की प्रतीक्षा करेंगे, जब कपाट फिर से खोलेंगे। मंदिर के पट बंद होने के बाद बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रवाना हो गई है।इसके तहत बाबा केदार के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप देकर शीतकाल के लिए कपाट बंद किए गए। कपाट बंद होते ही बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल, ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ के लिए प्रस्थान किया।

बता दें कि हर साल शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद कर दिया जाते हैं. इसके बाद बाबा केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होती है. अगले 6 महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में ही होती है.

उत्तरकाशी ज़िले में स्थिति उत्तराखंड के चार धामों में से एक गंगोत्री में मां गंगा की पूजा होती है। यहीं से आगे गोमुख है, जहां से गंगा का उदगम है। सबसे पहले गंगोत्री के कपाट बंद हुए हैं। अब आज केदारनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री के कपाट बंद होंगे। उसके बाद आखिर में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे।

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