Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

पीडीएफ सांसद को राज्यसभा भेजने की तैयारी

Published

on

पीडीएफ सांसद, राज्यसभा भेजने की तैयारी, सांसद राज बब्बर, पीडीएफ के निशाने पर, मंत्री प्रसाद नैथानी

Loading

पीडीएफ सांसद, राज्यसभा भेजने की तैयारी, सांसद राज बब्बर, पीडीएफ के निशाने पर, मंत्री प्रसाद नैथानी

parliament of india

देहरादून। उत्तराखण्ड से राज्यसभा पहुंचने के बाद प्रदेश से मुंह मोड़े बैठे कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राज बब्बर अब पीडीएफ के निशाने पर हैं। पीडीएफ संयोजक मंत्री प्रसाद नैथानी ने यह कह कर अपनी मंशा जता दी कि राज्यसभा सांसद अब पीडीएफ कोटे से होना चाहिए। उन्होंने बब्बर पर खुला हमला करते हुए कहा कि राज्यसभा जाने के बाद  सांसद महोदय ने एक भी विधायक को फोन कॉल कर राज्य को लेकर कुछ भी जानने को कोशिश तक नहीं की। पीडीएफ संयोजक मंत्री प्रसाद नैथानी सांसद राज बब्बर से खफा दिखे। यही वजह है कि उन्होंने ये भी कहा कि उत्तराखण्ड जब वनाग्नि से धधक रहा था तो ये मसला राज्यसभा में पुरजोर तरीके से उठा तक नहीं है। साफ है कि नैथानी ने अपने बयानों के जरिए ये इशारा भी साफ कर दिया है कि अबकी बार उत्तराखण्ड का ही कोई चेहरा राज्यसभा जाना चाहिए।

राज्यसभा सीट को लेकर मुखर हो रहे पीडीएफ संयोजक मंत्री प्रसाद नैथानी के इस सीट को लेकर बयानों के पीछे की सियासत आखिर क्या है। क्या इन बयानों के पीछे जुबां नैथानी की और शब्द किसी और के हैं। आखिर ऐसा कौन सा चेहरा है जिसे पीडीएफ राज्यसभा भेजने की वकालत करती नजर आ रही है। दरअसल सरकार की बैसाखी बनी पीडीएफ का उत्तराखण्ड के हालिया सियासी घनटाक्रम में अहम रोल रहा है। सतपाल महाराज की गुजारिश के बावजूद भी पीडीएफ कांग्रेस के साथ से टस से मस न हुई। जोड़ ऐसा दिखा कि अच्छे से अच्छा न तोड़ पाए। अब पीडीएफ भी अपनी अहमियत को जानती है। लिहाजा अब वह पूरा दबाव बनाने की कोशिश में है। कांग्रेस आलाकमान भी इस वक्त पीडीएफ की अहमियत को जानता है।

ऐसे में जब तेजी से किशोर उपाध्याय का नाम राज्यसभा की दावेदारी में आगे आ रहा है उस वक्त पीडीएफ का ये बयान कहीं किशोर की राह रोकने के लिए ही तो नहीं है। दरअसल जैसे कि कांग्रेस पीडीएफ की बैसाखी के बिना अपने बूते खड़े होने में सक्षम हो गई तो तेजी से ये बात भी छिड़ने लगी कि अब पीडीएफ को भी अपनी भूमिका साफ कर लेनी चाहिए। इसमें सबसे आगे रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय। जब एक तरफ मुख्यमंत्री हरीश रावत मुसीबत के वक्त साथ देने वाले पीडीएफ को किसी भी हाल में छोड़ना नहीं चाहते थे, तब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय पीडीएफ से अपनी भूमिका साफ करने के लिए कह रहे थे। अनुभव का उपयोग कर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पीडीएफ को साथ ही रखा जिसका फायदा उन्हें मिला। अब ऐसे वक्त में जब राज्यसभा के लिए कांग्रेस के पास एक अनार सौ बीमार जैसे हालात हैं, उस दौरान पीडीएफ का ये हथियार किशोर की राह में सबसे बड़ा रोड़ा साबित हो सकता है, जिसे हटाया नहीं जा सकता।

उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

Published

on

Loading

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

Continue Reading

Trending