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जेसीबी से ढहाया गया विकास दुबे का घर, गाड़ियां की गईं तहस-नहस

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कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिस वालों की जान लेने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में पुलिस की 100 टीमें लगी हुई हैं। आशंका जताई जा रही है कि वारदात को अंजाम देने के बाद विकास नेपाल भाग गया है। इस बीच विकास दुबे के घर को जिला प्रशासन द्वारा ध्वस्त कर दिया। इस दौरान वहां खड़ी कारों को भी कुचल दिया गया। प्रशासन ने उसी जेसीबी से उसके घर को गिराया जिसका इस्तेमाल उसने पुलिस वालों का रास्ता रोकने के लिए किया था। शनिवार सुबह से पुलिस और प्रशासन की टीमें बिकरु गांव पहुंच गई थीं।

बता दें कि गुरुवार देर रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू निवासी कुख्यात अपराधी विकास दुबे को उसके गांव पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था जिसमें एक क्षेत्राधिकारी, एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए. मुठभेड़ में पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक आम नागरिक घायल है।

पुलिस को मुखबिरी का शक

कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की निर्ममता ने हत्या करने वाला हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे अभी फरार है। बताया जा रहा है कि रात को ही वारदात को अंजाम देने के बाद विकास दुबे नेपाल भाग गया है। इन सबके बीच एक सवाल सभी के मन में उठ रहा है कि आखिर विकास दुबे को पुलिस टीम के आने की भनक पहले से ही कैसे लग गई थी, क्योंकि जिस तरह विकास ने पूरी प्लानिंग के साथ घटना को अंजाम दिया उससे साफ़ पता चलता है उसे पहले से पूरी जानकारी थी। एसटीएफ को भी इस बात का शक है कि विकास दुबे को पुलिस के ही किसी भेदिये ने पहले ही सूचना दे दी थी। इसी शक को यकीन में बदलने के लिए पुलिस ने विकास के कॉल डिटेल निकलवाए हैं जिनमें कुछ पुलिस वालों के भी नंबर मिले हैं।

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि चौबेपुर थाने के ही एक सब इंस्पेक्टर ने विकास दुबे को पुलिस के आने की सूचना दी थी। मुठभेड़ के दौरान वह सबसे पीछे थे और फायरिंग होते ही वह वहां से भाग गए। इस वक्त पुलिस को एक दरोगा, सिपाही और होमगार्ड पर शक है। तीनों की कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। बता दें कि मामले की जांच एसटीएफ गठित हुई है। यूपी पुलिस ने विकास दुबे का सुराग देने वाले को 50 हजार रुपये के इनाम का ऐलान भी किया है। विकास दुबे के पास एके-47 और अडवांस हथियार भी थे।

#vikasdubey #kanpur #jcb #uppolice

नेशनल

गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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