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उत्तर प्रदेश

हम बंटे थे तो कटे थे, इसलिए पांच सौ वर्ष तक अयोध्या में इंतजार करना पड़ाः सीएम योगी

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मीरजापुर/लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब अयोध्या धाम भी जगमगा रहा है। भगवान रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण हो चुका है, लेकिन ऐसी स्थिति क्यों हुई कि अयोध्या में पांच सौ वर्ष तक इंतजार करना पड़ा। प्रभु रामलला के भव्य मंदिर को तोड़कर आक्रांताओं ने क्यों गुलामी का ढांचा खड़ा कर दिया था। उसका कारण एक ही है, हम बंटे थे, इसलिए कटे थे। बंटिए मत, बल्कि एकजुट होकर विकास व सुरक्षा के माहौल में आगे बढ़िए। डबल इंजन की सरकार हर सुखदुख में आमजन के साथ खड़ी होकर वर्तमान को सुधारेगी और भविष्य को भी उज्ज्वल बनाने की प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को मीरजापुर के गोपालपुर, विकासखंड पहाड़ी में 765 करोड़ की 127 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत 1500 से अधिक युवाओं को स्मार्टफोन व टैबलेट वितरित किये गए। साथ ही सीएम ने मत्स्य आहार प्लांट की स्थापना के लिए पहली क़िस्त के रूप में लगभग चार करोड़ का चेक भी प्रदान किया। सीएम ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को भी सम्मानित करते हुए विद्या शक्ति पोर्टल का भी बटन दबाकर शुभारंभ किया।

2017 के पहले माफिया के काफिले से सहम जाते थे जनप्रतिनिधि, प्रशासन करता था सैल्यूट

सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पहले माफिया समानांतर सरकार चलाते थे। खनन, पशु, संगठित अपराध, भूमाफिया हावी थे। जब उनका काफिला निकलता था तो सामान्य जनप्रतिनिधि सहम जाते थे, प्रशासन सैल्यूट करता था। कोई माफिया पर हाथ डालने की हिम्मत कोई नहीं करता था, लेकिन आज माफिया गिड़गिड़ा रहे हैं कि जान बख्श दो, ठेली लगाकर पेट भर लेंगे, लेकिन किसी को छेड़ेंगे नहीं। अब बेटी-व्यापारी की सुरक्षा से खिलवाड़, किसान की जमीन पर कब्जा, गरीब की झोपड़ी को उजाड़ने का दुस्साहस कोई नहीं कर सकता।

जाति का खेल खेलने वाले दुर्दांत अपराधियों के सामने नाक रगड़ते थे

सीएम ने निशाना साधते हुए कहा कि जाति का नंगा खेल खेलने वाले लोग माफिया व दुर्दांत अपराधियों, दंगाइयों के सामने नाक रगड़ते थे। आज जब प्रदेश की विकास की नई धारा के साथ बढ़ रहा है तो यह फिर से बैरियर बनकर खड़ा होना चाहते हैं। ऐसे लोग वर्तमान के साथ भावी पीढ़ी के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे माफिया को फिर से सिर उठाने का अवसर न मिल पाए।

दस वर्ष में भारत और साढ़े सात वर्ष में बदले यूपी को सभी ने देखा

सीएम योगी ने कहा कि दस वर्ष पहले मीरजापुर जनपद में कनेक्टिविटी का अभाव था, गरीबों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता था। मां विंध्यवासिनी धाम के पवित्र मंदिर व त्रिकोण के रूप में विख्यात शक्तिपीठों की क्या स्थिति थी। सड़कों के क्या हालात थे। गुंडाराज व माफियाराज किसी से छिपा नहीं है। दस वर्ष में बदलते भारत, साढ़े सात वर्ष में उत्तर प्रदेश व मीरजापुर को सभी ने देखा होगा। अब मीरजापुर जनपद भी किसी के सामने हाथ नहीं फैलाएगा, क्योंकि मां विंध्यवासिनी का पावन धाम दिव्य-भव्य रूप ले चुका है। इससे पहले योजनाओं को देने में भेदभाव होता था, लेकिन हमने जाति-खेमे के आधार पर बांटने का प्रयास नहीं किया।

अब मीरजापुर के पास अपना मेडिकल कॉलेज

सीएम ने कहा कि पांच वर्ष पहले मां विंध्यवासिनी धाम की गलियां संकरी थीं। नवरात्रि के दौरान भय लगता था, लेकिन तीन अक्टूबर से प्रारंभ होने वाले नवरात्रि में दिव्य-भव्य धाम के दर्शन होंगे। पिछली सरकारों ने यही काम किया होता तो जनआस्था को सम्मान मिलता। अब मीरजापुर के पास भी मेडिकल कॉलेज है, वरना बीएचयू व प्रयागराज के बीच में कुछ भी नहीं था। यहां मां विंध्यवासिनी के नाम पर विश्वविद्यालय भी बनने जा रहा है। अगले सत्र में पाठ्यक्रम भी प्रारंभ होगा। जनपद फोरलेन की कनेक्टिविटी से जुड़ गया है।

विंध्य क्षेत्र में क्रियान्वित हो रही हर घर जल योजना

सीएम योगी ने बताया कि बाढ़ सागर परियोजना का लोकार्पण करते हुए पीएम ने कहा था कि ढाई लाख हेक्टेयर भूमि को इससे सिंचाई की सुविधा मिलेगी, जिससे किसानों को लाभ होगा। हमारे सामने विंध्य क्षेत्र में पेयजल संकट दूर करने की चुनौती थी। जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल की योजना पीएम के इसी विजन का परिणाम है। जिस दिन यह योजना पूरी तरह धरातल पर उतरेगी, उस दिन न सिर्फ शुद्ध पेयजल की समस्या का समाधान होगा, बल्कि अनेक बीमारियों से भी मुक्ति मिलेगी। सोनभद्र मेडिकल कॉलेज में इस सत्र से प्रवेश प्रारंभ हो चुके हैं। मीरजापुर मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग की पढ़ाई प्रारंभ होगी। बेटियों को कहीं और नहीं जाना पड़ेगा। 100 फीसदी प्लेसमेंट की गारंटी है। यदि बेटी पढ़ेगी तो आगे बढ़ेगी।

हमारी सरकार ने सभी को जोड़ने का कार्य किया

सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी किसी देश में जाते हैं तो पलक पांवड़े बिछाकर स्वागत होता है, क्योंकि उनका हर काम देश के नाम होता है। इस क्षेत्र के बहुत सारे लोग ऐसे हैं, जिन्हें योजनाओं से वंचित किया गया था। हमारी सरकार ने कोल, चेरो, गौड़ या नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र में थारू जनजाति को योजनाओं को जोड़ने का कार्य किया। यूपी में दो करोड़ युवाओं को स्मार्टफोन व टैबलेट दे रहे हैं। वे तकनीकी दक्षता के माध्यम से देश को लाभ देंगे तो भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनने की दिशा में अग्रसर होगा।

हर ग्राम में ग्राम सचिवालय का निर्माण

सीएम योगी ने कहा कि साढ़े सात वर्ष में 56 लाख गरीबों को आवास, 2.62 करोड़ गरीबों को शौचालय दिया गया। हर ग्राम पंचायत में ग्राम सचिवालय का निर्माण कर कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में कर्मचारी को तैनात किया गया। इससे ग्रामीणों को गांव में ही ऑनलाइन सुविधाएं मिल गईं। साढ़े छह लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी मिली। सुदृढ़ कानून व्यवस्था के कारण यूपी में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं।

स्टार्टअप व बिजनेस प्रारंभ करने के लिए युवाओं को अवसर दे रही सरकार

सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार निर्णय करने जा रही है कि जो भी युवा स्टार्टअप, बिजनेस प्रारंभ करना चाहते हैं। वे अभी से नामांकन कराएंगे। सरकार कुछ वर्ष में पहले चरण में पांच लाख, दूसरे चरण में 10 लाख रुपये ब्याज मुक्त ऋण देगी।

ट्रेड शो में भी यहां के हस्तशिल्पियों को मिलेगा अवसर

सीएम योगी ने कहा कि कुछ दिन बाद भदोही के एक्सपो मार्ट में प्रदर्शनी लगने जा रही है। हमारे हस्तशिल्पी-कारीगरों को कॉरपेट डिस्प्ले व नए ऑर्डर का अवसर प्राप्त होगा। 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा में इंटरनेशनल ट्रेड शो होने जा रहा है। उसमें मीरजापुर-भदोही के कॉरपेट को भी स्थान मिला है। यहां के उत्पाद को दुनिया के सामने शोकेस का अवसर देंगे। यहां का उत्पाद एक्सपोर्ट होता है तो वह कई गुना मुनाफा पाएगा। पैसा आएगा और पूंजी यहां लगेगी तो विकास मीरजापुर, भदोही व सोनभद्र का होगा।

प्रशासन को निर्देश-कैंप लगाकर योजनाओं का दिलाएं लाभ

सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने सबका साथ, सबका विकास का नारा दिया है। उसे गांव-गांव, घर-घर तक ले जाना है। निराश्रित महिलाओं को पहले पेंशन का लाभ कम मिलता था। आज उन्हें 12 हजार रुपये सालाना पेंशन मिल रहा है। एक करोड़ परिवारों को यह सुविधा मिल रही है। सीएम ने प्रशासन को निर्देश दिया कि जिन पात्रों को पेंशन नहीं मिल रही है। कैंप लगाकर उन्हें तत्काल सुविधा मुहैया कराया। पीएम मोदी ने 70 साल से ऊपर के हर व्यक्ति को पांच लाख रुपये के आयुष्मान कार्ड को उपलब्ध कराने का निर्णय केंद्रीय कैबिनेट में लिया है। यूपी में भी जल्द ही यह सुविधा प्रारंभ होगी। गरीबों को पीएम या सीएम आवास योजना से आच्छादित करते हुए आवास दें। वेरीफिकेशन कराकर गरीबों के राशन कार्ड बनवाए जाएं।

जगमगा रहा है नया उत्तर प्रदेश

सीएम योगी ने कहा कि हम नए उत्तर प्रदेश में हैं, जहां एक तरफ काशी विश्वनाथ धाम जगमगा रहा है, वहीं दूसरी तरफ प्रयागराज कुंभ 2025 में दिव्य-भव्य कुंभ का दर्शन होगा। काशी या कुंभ में आने वाले श्रद्धालु भी मां विंध्यवासिनी धाम आएंगे। मीरजापुर के दोनों हाथ में लड्डू है।

कार्यक्रम में योगी सरकार के मंत्री अनिल राजभर, आशीष पटेल, रवींद्र जायसवाल, रामकेश निषाद, भदोही सांसद डॉ. विनोद कुमार बिंद, जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कन्नौजिया, विधायक रत्नाकर मिश्र, रमाशंकर सिंह पटेल, अनुराग सिंह, रिंकी कोल, भूपेश चौबे, विधान परिषद सदस्य विनीत सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल, जिलाध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह आदि मौजूद रहे।

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उत्तर प्रदेश

महाकुंभ को फायर फ्री जोन बनाने की योजना

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को श्रद्धालुओं के लिए हर तरह से सुरक्षित किए जाने को लेकर योगी सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं। महाकुंभ के दौरान आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए मैनपावर और स्पेशल फायर व्हीकल्स की संख्या में भारी वृद्धि की गई है। वहीं, अत्याधुनिक डिवाइसेज को भी तैनात किए जाने की योजना है। प्रत्येक सेक्टर में दमकल कर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। आग की घटनाओं की मॉनीटरिंग के लिए एआई से लैस फायर डिटेक्शन कैमरों को इंस्टॉल किया गया है। वहीं, रिस्पॉन्स टाइम को भी महज 2 मिनट का रखा गया है, ताकि किसी तरह की घटना पर मिनटों में काबू पाया जा सके। सरकार का पूरा प्रयास यही है कि इस बार का महाकुंभ पूरी तरह जीरो फायर इंसिडेंट के रूप में संपन्न हो और अग्निशमन विभाग की ओर से इसी दिशा में काम किया जा रहा है।

अखाड़ों में भी लगेंगे 5 हजार एक्सटींगुशर

प्रयागराज के मुख्य अग्निशमन अधिकारी और महाकुंभ के नोडल अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि इस बार महाकुंभ को जीरो फायर इंसिडेंट बनाने का पूरा प्रयास होगा। इसके लिए व्यापक तैयारी की गई है। इसके लिए एडवांस रेस्क्यू टेंडर तैनात किए जा रहे हैं। 200 स्पेशल ट्रेन्ड रेस्क्यू ग्रुप को तैनात किया जा रहा है। वहीं, अखाड़ों में आग की घटनाओं को काबू करने के लिए 5000 स्पेशल फायर एक्स्टींगुशर प्रदान किए जा रहे हैं। यही नहीं, मेले में बड़ी संख्या में एआई लाइसेंस वाले फायर डिटेक्शन कैमरों को भी इंस्टॉल किया जा रहा है। ये कैमरे भी पहली बार उपयोग में लाए जा रहे हैं जो आग की घटनाओं पर नजर रखेंगे और यदि कहीं इस तरह की घटना होती है तो तत्काल कंट्रोल रूम के माध्यम से चंद सेकेंड्स में फायर स्टेशन को सूचना मिल सकेगी। सूचना मिलते ही दो मिनट के अंदर दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचेंगी और आग पर काबू पाने का प्रयास करेंगी।

हर सेक्टर में तैनात होंगे दमकलकर्मी

उन्होंने बताया कि 2019 कुंभ की तुलना में इस बार अधिक मैनपावर और अधिक व्हीकल्स को डेप्लॉय किया जा रहा है। 2019 में जहां 43 टेंपरेरी फायर स्टेशन बनाए गए थे, वहीं 2025 महाकुंभ में 50 टेंपरेरी फायर स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इसी तरह 2019 के 15 टेंपरेरी फायर पोस्ट की जगह इस बार 20 टेंपरेरी फायर पोस्ट बनाई जा रही हैं। 43 फायर वॉच टॉवर की तुलना में इस बार 50 फायर वॉच टॉवर होंगे, जबकि 4200 की जगह 7000 से अधिक फायर हाइड्रेंट्स लगाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त 75 की जगह इस बार 150 से ज्यादा फायर रिजर्व वाटर टैंक्स को उपयोग किया जाएगा। मैनपावर की बात करें तो 2019 में 1551 कर्मियों को यहां डेप्लॉय किया गया था, जबकि इस बार यह संख्या बढ़कर 2071 कर दी गई है। इसी तरह 2019 में कुल 166 व्हीकल्स का डेप्लॉयमेंट था तो इस बार यह संख्या लगभग दोगुनी बढ़कर 351 हो गई है।

अत्याधुनिक उपकरणों का होगा उपयोग

2013 में कुल 612 फायर इंसिडेंट हुए थे, जहां 6 लोगों की जान गई थी और 15 बर्न इंजरीज हुई थीं तो वहीं 2019 में योगी सरकार ने कुंभ के दौरान चाक चौबंद प्रबंध किए जिससे पूरे कुंभ के दौरान 55 फायर इंसिडेंट्स के बावजूद न ही कोई बर्न इंजरी हुई और न ही किसी की जान गई। इससे भी आगे बढ़कर 2025 महाकुंभ में योगी सरकार अधिक मैनपावर, अधिक गाड़ियां और अधिक सतर्कता बरतते हुए फायर इंसिडेंट्स की संख्या को भी जीरो करने का प्रयास कर रही है। इसके लिए अत्याधुनिक डिवाइसेज इस्तेमाल किए जा रहे हैं। कई ऐसे डिवाइसेज भी हैं जो पहली बार यहां उपयोग में लाए जाएंगे। इसके साथ ही, महाकुंभ में तैनात सभी दमकल कर्मियों की स्पेशल ट्रेनिंग भी कराई गई है। सभी कोर ग्रुप्स के प्रैक्टिकल सेशन की भी व्यवस्था की गई है। एक्सटर्नल आडिट के लिए उत्तराखंड फायर एंड इमरजेंसी सर्विस के साथ एमओयू किया गया है। वहीं नेशनल फायर सर्विस कॉलेज नागपुर के साथ भी एमओयू किया गया है।

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