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उत्तराखंड

उत्तराखंड में WMA ने रखी वेब पत्रकारों के हक की बात, बनाई गई रणनीति

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उत्तराखंड के देहरादून में वेब मीडिया पत्रकारो की एक बड़ी मीटिंग हुई जिसमें भारी बारिश के बावजूद वेब मीडिया पत्रकारो ने भाग लिया। इस मीटिंग की अध्यक्षता चंद्रशेखर जोशी राष्ट्रीय अध्यक्ष नेशनल वेब मीडिया एसोसिएशन ने की तथा संचालन वरिष्ठ पत्रकार शिवप्रसाद सेमवाल ने किया। वेब मीडिया के पत्रकारों ने इस बात पर क्षोभ प्रकट किया कि उत्तराखंड में वेब मीडिया नियमावली होने के बाबजूद भी वेब मीडिया को उपेक्षित किया जा रहा है।

 

मीटिंग में सभी पत्रकारो ने अपनी बात रखी तथा एक फोरम के नीचे आकर संघर्ष करने की आवश्यकता पर बल दिया। अंत मे सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि राष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहे वेब मीडिया एसोसिएशन के बैनर तले एकजुट होकर कार्य किया जाएगा। वेब मीडिया के पत्रकारों ने कहा कि वेब मीडिया में आने वाली वेबसाइटों के लिये संगठन की आचार संहिता बनाये जाने की भी आवश्यकता है, जिससे इस वेब मीडिया में पाक-साफ व्यक्ति ही विशुद्ध रूप से पत्रकारिता करे। इस नेक कार्य मे सरकार भी सहयोग कर सकती है तथा सूचना विभाग विज्ञापन हेतु इम्पेनल करते समय इस मानक को भी दृष्टिगत रख सकता है।

संचालन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल ने भारी बारिश के बाद भी भारी संख्या में पत्रकारो के उपस्थित होने पर उनका आभार जताया। वही, वरिष्ठ पत्रकारों ने वेब मीडिया एसोसिएशन संगठन के बैनर तले आने पर अपनी सहमति प्रदान की तथा शीघ्र ही एक बड़ी राज्य व्यापी मीटिंग आहूत किये जाने की रणनीति तैयार की गई। अंत मे वेब मीडिया एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर जोशी सम्पादक ‘हिमालयायूके” न्यूस्पोर्टल ने अपने लंबे संबोधन में इस बात पर प्रसन्नता जताई कि उत्तराखंड के समस्त पत्रकारो ने वेब मीडिया एसोसिएशन संगठन के बैनर तले आने हेतु सहमति जताई गई है।

जोशी ने बताया कि यह एसोसिएशन 2014 में लखनऊ से पंजीकृत है जो देश की पहली वेब मीडिया एसोसिएशन है, जिसके पदाधिकारी लखनऊ, नई देल्ली, हरियाणा, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात, आसाम, उत्तराखंड तमिलनाडु, केरल आदि राज्यो से है। एसोसिएशन देश के सभी राज्यो में वेब मीडिया नियमावली लागू करवाने के लिये प्रयास कर रही है। वेब मीडिया एसोसिएशन के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ। चंद्रसेन (वरिष्ठ पत्रकार लखनऊ) तथा राष्ट्रीय महासचिव डॉ मो कामरान (वरिष्ठ पत्रकार लखनऊ) के प्रयासों से 26 जुलाई को वेब मीडिया एसोसिएशन कोर ग्रुप की मीटिंग लखनऊ में रखी गई है, जिसमे अनेक राज्यो से वरिष्ठ पत्रकारों को राष्ट्रीय स्तर पर लिये जाने हेतु वार्ता होनी है।

 

इसके अलावा वेब मीडिया को राज्य सरकार तवज्जो दे, इसके लिये यह जरूरी है कि राष्ट्रीय स्तर पर वेब मीडिया के पत्रकारो का एक सशक्त संगठन तैयार हो। इसके लिये हम राष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहे है। वेब मीडिया एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि यह बड़ी प्रसन्नता का विषय है कि पूरे उत्तराखंड के वेब मीडिया के पत्रकारों ने सर्वसम्मति से वेब मीडिया एसोसिएशन की सद्स्यता लेने की सहमति जताई है। वेब मीडिया एसोसिएशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अलावा हर राज्य में प्रदेश कार्यकारिणी कार्य कर रही है। शीघ्र ही नई दिल्ली में वेब मीडिया का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा जिसमें हर राज्य से वेब मीडिया के पत्रकारो को संम्मानित भी किया जाएगा।

उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

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