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प्रादेशिक

योगी सरकार का बड़ा फैसला, दिसंबर तक 1 लाख युवाओं को मिलेगी सरकारी नौकरी

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लखनऊ। पढ़ाई पूरी कर सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहे युवाओं को योगी सरकार बड़ी सौगात देने जा रही है। राज्‍य सरकार युवाओं के लिए एक लाख सरकारी नौकरियों की बड़ी खेप ला रही है। राज्‍य सरकार ने इस साल युवाओं के रोजगार का लक्ष्‍य तय किया है। योगी सरकार दिसंबर तक एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी में है।

कोरोना की दूसरी लहर थमने के साथ ही योगी सरकार ने मिशन रोजगार को रफ्तार दे दी है। प्रदेश भर में आर्थिक गतिविधियों को तेज करने के साथ राज्‍य सरकार ने सरकारी विभागों में रिक्‍त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूरी करने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। पिछले चार साल में अलग अलग विभागों में लगभग 4 लाख सरकारी नौकरियां दे चुकी योगी सरकार का लक्ष्‍य दिसंबर तक प्रदेश में एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का है।

इसके लिए सभी विभागों को प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दे दिए गए हैं। जिन विभागों में भर्ती प्रक्रिया कोरोना के कारण रुकी हुई थी वहां युद्ध स्‍तर पर कार्य शुरू कर चयनित युवाओं की नियुक्ति देने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षा, पुलिस, स्‍वास्‍थ्‍य, ऊर्जा और आबाकारी विभाग में आने वाले दिनों में सबसे ज्‍यादा नौकरियां मिलने जा रही हैं। योगी सरकार का लक्ष्‍य साल के अंत तक अपने कार्यकाल में 5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का है।

योगी सरकार में रोजगार की बरसात

राज्‍य सरकार अब तक 1 लाख से अधिक महिलाओं की सरकारी नौकरी दे चुकी है, जबकि मनरेगा के जरिये 1.50 करोड़ श्रमिकों को रोजगार से जोड़ा जा चुका है। स्टार्ट अप इकाईयों से 5 लाख और औद्योगिक इकाइयों से 3 लाख से अधिक युवाओं को भी रोजगार दिया जा चुका है। ओडीओपी के माध्यम से 25 लाख लोगों को रोज़गार मिला है। 50 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयों से 1 करोड़ 80 लाख लोगों को यूपी में रोज़गार मिला है। प्रदेश सरकार की नई उद्योग नीति से 5 लाख से ज़्यादा लोगों को रोज़गार दिया जा चुका है। 40 लाख से अधिक कामगारों/ श्रमिकों की स्किल मैपिंग के बाद रोजगार से जोड़ा गया है।

यूपी में अब तक हुई  विभागवार भर्ती का ब्‍योरा

पुलिस विभाग  -137253

बेसिक शिक्षा – 121000

राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन -28622

यूपी लोक सेवा आयोग – 27168

उत्‍तर प्रदेश अधीनस्‍थ चयन बोर्ड -19917

चिकित्‍सा स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण -8556

माध्‍यमिक शिक्षा विभाग – 14436

यूपीपीसीएल – 6446

उच्‍च शिक्षा – 4988

चिकित्‍सा शिक्षा विभाग – 1112

सहकारिता विभाग – 726

नगर विकास – 700

सिंचाई एवं जल संसाधन-3309

अन्य  – 8132

वित्‍त विभाग – 614

तकनीकी शिक्षा – 365

कृषि -. 2059

आयुष ,-1065

कुल –  384194

विभिन्‍न विभागों में 86000 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ में अग्नि जनित घटनाओं के खिलाफ एडब्ल्यूटी बनेगा सुरक्षा कवच

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महाकुम्भनगर। उत्तर प्रदेश में महाकुम्भ-2025 को लेकर तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। इसी क्रम में, उत्तर प्रदेश अग्निशमन व आपात सेवा विभाग एडवांस्ड फीचर्स युक्त 4 आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (एडब्ल्यूटी) का भी मेला क्षेत्र को इस्तेमाल करेगी। इन आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर को मेला क्षेत्र में टेंट सिटी और बड़ी टेंट सेटअप के दृष्टिगत डिप्लॉय किया गया है। यह वीडियो तथा थर्मल इमेजिनिंग सिस्टम समेत कई आधुनिक फीचर्स से लैस हैं तथा इनके जरिए मेला क्षेत्र में अग्नि जनित घटनाओं की रोकथाम के साथ ही दमकलकर्मियों के जीवन रक्षण में भी मदद मिलेगी। यह जोखिम से भरे फायर ऑपरेशंस को अंजाम देने के साथ ही अग्निरक्षकों की सुरक्षा के लिए भी कवच के तौर पर कार्य कार करने में सक्षम होगा।

कई तरह की खूबियों से लैस है एडब्ल्यूटी

महाकुम्भ के नोडल/मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (एडब्ल्यूटी) एक आधुनिक अग्निशमन वाहन है। मुख्यत: इसका प्रयोग बहुमंजिलीय एवं विशेष ऊँचाई के टेन्ट तथा भवन की आग बुझाने में किया जाता है। चार बूम से निर्मित ए.डब्ल्यू.टी 35मी की ऊंचाई तथा 30मी की क्षैतिज दूरी की पहुंच तक अग्निशमन कार्य को संचालित कर सकते हैं। यह कई प्रकार के आधुनिक फीचर्स से लैस है तथा वीडियो तथा थर्मल इमेजिंग कैमरे से युक्त होने के कारण इसकी उपयोगिता और बढ़ जाती है। यही कारण है कि यह न केवल रेस्क्यू ऑपरेशंस को अंजाम देकर जान-माल की रक्षा करने में सक्षम हैं बल्कि अग्निरक्षकों के जीवनरक्षण और उनकी सुरक्षा में कवच का कार्य भी करते हैं।

131.48 करोड़ के वाहन व उपकरणों को किया जा रहा डिप्लॉय

डिप्टी डायरेक्टर अमन शर्मा ने बताया कि महाकुम्भ को अग्नि दुर्घटना रहित क्षेत्र बनाने के लिए विभाग को 66.75 करोड़ का बजट आवंटित हुआ है, जबकि विभागीय बजट 64.73 करोड़ है। इस प्रकार, कुल 131.48 करोड़ रुपए की लागत से वाहन व उपकरणों को महाकुम्भ मेला में अग्नि जनित दुर्घटनाओं से सुरक्षा के लिए डिप्लॉय किया जा रहा है। इनको पूरी तरह से मेला क्षेत्र में डिप्लॉय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी के विजन अनुसार, इस बार महाकुम्भ में अलग-अलग प्रकार के 351 से अधिक अग्निशमन वाहन, 2000 से अधिक ट्रेन्ड मैनपावर, 50 से अधिक अग्निशमन केंद्र व 20 फायर पोस्ट बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक अखाड़ों के टेंट्स को फायर फाइटिंग इक्विप्मेंट्स से भी लैस किया जा रहा है।

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