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अन्तर्राष्ट्रीय

इराकी सेना ने ताल अफार के पड़ोस के तीन इलाकों को मुक्त कराया

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बगदाद, 26 अगस्त (आईएएनएस)| इराकी सेना ने शनिवार को ताल अफार के पड़ोस के तीन इलाकों को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के चंगुल से मुक्त कराया। संयुक्त अभियान कमान (जेवोसी) के एल.टी.जेन अब्दुल-अमीर यारल्ला ने अपने बयान में कहा कि संघीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों की हशद शाबी इकाइयों ने कादसियाह औला, कादसियाह थानियाह और अल राबे को मुक्त करा दिया है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, संघीय पुलिस ने मुक्त पड़ोसी इलाकों की संख्या 19 तक पहुंचा दी है।

प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी ने 20 अगस्त को ताल अफार और उसके आस-पास के इलाकों को इस्लामिक स्टेट से छुड़ाने के लिए इराकी सेना द्वारा अभियान की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री इराकी सेना के प्रमुख कमांडर भी हैं।

ताल अफार, मोसुल के करीब 70 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। यह निनवे प्रांत में इस्लामिक स्टेट का आखिरी गढ़ है।

अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी संगठन के अनुमान के मुताबिक, करीब 10,000 से 40,000 लोग अभी भी इन इलाकों में रह रहे हैं।

ताल अफार में 1,500 से 2000 इस्लामिक स्टेट आतंकी बचे थे।

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अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात

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नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।

मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।

 

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