Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

उज्जैन के घरों में पाइप लाइन से पहुंचेगी रसोई गैस

Published

on

रसोई गैस, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, मध्यप्रदेश, गेल, एचपीसीएल, शिवराज सिंह चौहान

Loading

उज्जैन| मध्य प्रदेश के उज्जैन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को पाइप लाइन के जरिए घरों में रसोई गैस पहुंचाने की योजना का शुभारंभ किया। कहा गया है कि अगले दो साल में इंदौर व उज्जैन क्षेत्र के एक लाख घरों को पाइप लाइन से गैस मिलने लगेगी। मुख्यमंत्री ने यहां सीएनजी मदर स्टेशन एवं घरेलू पाइप लाइन (पाइप्ड) प्राकृतिक गैस आपूर्ति केंद्र का शुभारंभ भी किया। उन्होंेने समारोह में कहा कि राज्य के महाकौशल क्षेत्र सहित अन्य हिस्सों में पाइप लाइन के जरिए घरों तक रसोई गैस पहुंचाने की योजना बनाई जा रही है।

चौहान ने कहा कि केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय के सहयोग से राज्य में फर्टिलाइजर कारखानों की स्थापना की राह आसान हो गई है। गेल गैस अथॉरिटी द्वारा प्रदेश को सीएनजी गैस उपलब्ध कराने से अब अधिक मात्रा में यूरिया का निर्माण संभव होगा, इससे किसानों को लाभ मिलेगा। गेल एवं एचपीसीएल के संयुक्त उपक्रम अवंतिका गैस लिमिटेड द्वारा स्थापित इस सीएनजी मदर स्टेशन केंद्र से उज्जैन नगर के घरों में पाइप लाइन के माध्यम से घरेलू गैस उपलब्ध कराई जाएगी। इससे वाहनों को भी सीएनजी गैस मिल सकेगी।

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहा कि उज्जैन में इस स्टेशन की स्थापना से क्षेत्र की तरक्की में मदद मिलेगी। गेल गैस अथॉरिटी की 2000 किलोमीटर पाइप लाइन मध्यप्रदेश से होकर गुजर रही है। इसका व्यापक लाभ प्रदेश को मिलेगा। उन्होंने कहा कि सीएनजी गैस की उपलब्धता से वाहनों को सस्ता ईंधन प्राप्त होगा। इंदौर से सीएनजी बसें, टैक्सियां और मेजिक वाहन चलेंगे। आगामी दो साल में इंदौर एवं उज्जैन क्षेत्र के एक लाख घर को पाइपलाइन द्वारा गैस मिलेगी। समारोह में केंद्रीय इस्पात मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने उज्जैन में सीएनजी मदर स्टेशन की स्थापना कर प्रदेश को एक महत्वपूर्ण सौगात दी है।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending