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अन्तर्राष्ट्रीय

उत्तर कोरियाई मिसाइल परीक्षण के जवाब में अमेरिकी बमवर्षक तैनात

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टोक्यो, 30 जुलाई (आईएएनएस)| जापान के रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की है कि उत्तर कोरिया द्वारा नवीनतम अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के जवाब में अमेरिका ने रविवार को कोरियाई प्रायद्वीप के पास बी-1बी लड़ाकू विमान तैनात कर दिए हैं। रक्षा मंत्री फुमियो किशिदा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस तैनाती में जापान के मित्सुबिशी एफ-2 लड़ाकू विमानों के साथ दो अमेरिकी बमवर्षक शामिल हैं।

समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, ग्वाम के एंडर्सन वायुसेना अड्डे पर मौजूद इन विमानों को अमेरिका ने पहली बार तैनात नहीं किया है। यह कदम उत्तर कोरिया द्वारा उकसावे वाली कार्रवाई के जवाब में अपनी सैन्य शक्ति के प्रदर्शन को लेकर उठाया गया है।

अमेरिका ने किम जोंग-उन की सरकार द्वारा चार जुलाई को पहले आईसीबीएम परीक्षण के बाद और मई में छोटी दूरी की मिसाइल दागे जाने के बाद भी कोरियाई प्रायद्वीप में बी-1बी बमवर्षक तैनात किए थे।

वाशिंगटन ने अमेरिकी विद्यार्थी ओट्टो वार्मबीयर के निधन की घोषणा के बाद भी 20 जून को बमवर्षक तैनात किए थे।

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि वाशिंगटन यह नहीं चाहेगा कि उत्तर कोरिया का मुद्दा सुलझाने में चीन इस तरह हाथ पर हाथ धरे बैठा रहे।

ट्रंप ने ट्वीट किया, मैं चीन से बहुत निराश हूं। हमारे बेवकूफ भूतपूर्व नेताओं ने उन्हें व्यापार में सालाना अरबों डॉलर बनाने की अनुमति दी थी। जबकि उन्होंने केवल वार्ता के अलावा उत्तर कोरिया के संबंध में हमारे लिए कुछ भी नहीं किया। हम इसे लंबे समय तक जारी नहीं रखने वाले हैं। चीन आसानी से इस समस्या को हल कर सकता था।

उत्तर कोरिया के शुक्रवार के प्रक्षेपण के बाद ट्रंप ने कहा कि वह अमेरिका और इस क्षेत्र में उसके सहयोगियों की रक्षा के लिए आवश्यक सभी कदम उठाएंगे।

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अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात

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नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।

मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।

 

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