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प्रादेशिक

उत्तर प्रदेश में जैविक ईंधन पर दौड़ सकती हैं बसें

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उत्तर प्रदेशX स्वीडनX राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी)X जैविक-ईंधनX यूपीएसआरटीसी अधिकारियों

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लखनऊ| उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) ने राजकीय बसों में जैविक-ईंधन के उपयोग की एक योजना तैयार की है। यह जानकारी बुधवार को एक अधिकारी ने दी। अधिकारियों ने बताया कि स्वीडन की एक कंपनी के साथ राज्य सरकार इस योजना पर काम कर रही है।

अधिकारियों के मुताबिक स्वीडन से अगले कुछ दिनों में विशेषज्ञों का एक दल आएगा और यूपीएसआरटीसी अधिकारियों से मिलेगा।

एक अधिकारी ने कहा कि जल्द ही परीक्षण के तौर पर बसों में जैविक ईंधन का उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह योजना निगम के प्रबंध निदेशक मुकेश मेशराम के मस्तिष्क की उपज है और वे खुद ही इसका पर्यवेक्षण कर रहे हैं।

इस कदम से राज्य सरकार का खर्च सालाना 75-80 करोड़ रुपये तक कम हो सकता है।

निगम के पास 9,000 बसों का बेड़ा है और जैविक ईंधन का उपयोग 10 फीसदी बसों में किया जा सकता है।

अधिकारियों ने कहा कि यदि परीक्षण सफल रहा, तो व्यापक तौर पर जैविक ईंधन का उपयोग हो सकता है।

बिहार

बिहार में शिक्षकों की ट्रांसफर-पोस्टिंग पॉलिसी पर लगी रोक, शिक्षा मंत्री ने किया ऐलान

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पटना। बिहार में शिक्षकों की ट्रांसफर-पोस्टिंग पॉलिसी को स्थगित कर दिया गया है। सरकार ने यह फैसला पटना हाई कोर्ट के एक फैसले के बाद लिया। दरअसल, एक याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने मंगलवार यानी आज ही टीचर्स की ट्रांसफर-पोस्टिंग पॉलिसी पर स्टे लगा दिया था। कोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने पॉलिसी को स्थगित करने का फैसला किया।

शिक्षा मंत्री ने कही ये बात

बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि शिक्षकों के ट्रांसफर-पोस्टिंग पर रोक लगा दी गई है। इस संबंध में जल्द ही आधिकारिक आदेश जारी किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि सरकार तबादला नीति में संशोधन कर सकती है। जरुरत पड़ी तो नई दबादला नीति भी लेकर सरकार आएगी।

मंत्री बोले- शिक्षकों के हित में होगी पॉलिसी

मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार के इस फैसले का पटना हाई कोर्ट के आदेश से कोई संबंध नहीं है। सरकार ने सोमवार को ही शिक्षकों की ट्रांसफर-पोस्टिंग को स्थगित करने का फैसला किया था। सुनील कुमार ने यह भी कहा कि आगे जो भी नीति लाई जाएगी वह टीचरों की हित में होगी। मौजूदा पॉलिसी में कई व्यवहासिक दिक्कतें हैं, जिसे जल्द ही दूर किया जाएगा।

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