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बिजनेस

एमडीआई देगा मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारिओं को प्रशिक्षण

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नई दिल्ली, 24 अगस्त (आईएएनएस)| केंद्र सरकार ने एमडीआई के सहयोग से एमडीआई के गुरुग्राम कैंपस में चार हफ्ते का उच्य स्तरीय रेजिडेंशियल प्रशिक्षण प्रोग्राम शुरू किया है।

प्रबंधकीय क्षमता में बेहतर दक्षता हासिल करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्न उपक्रमों और मंत्रालयों में शीर्ष स्तर के अधिकारियों के लिए यह प्रशिक्षण शुरू किया गया है। इस प्रोग्राम से शीर्ष अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने और अपनी परफॉर्मेस में सुधार करने में मदद मिलेगी। रेजिडेंशियल प्रशिक्षण प्रोग्राम का उद्घाटन ऑस्ट्रिया की राजदूत ब्रिगेट ओ. वॉल्चशोर्फर, संसदीय मामलों के मंत्रालय के सचिव राजीव यादव और एमडीआई के कार्यकारी निदेशक डॉ. सी. पी. श्रीमाली ने किया। यह प्रोग्राम 21 अगस्त से शुरू हुआ।

ऑस्ट्रिया की राजदूत ने विदेशी अनुभव की उपयोगिता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विदेश में इन अधिकारियों को विभिन्न क्षेत्रों के संबंधित विशेषज्ञों से आमने-सामने बातचीत का मौका मिलेगा और वे नई टेक्नोलॉजी और वर्क कल्चर को भी समझ सकेंगे।

संसदीय मामलों के सचिव राजीव यादव ने कहा कि इस तरह के एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम से अधिकारियों को यूरोप के विभिन्न देशों की तकनीकी प्रगति, वर्क कल्चर और नई स्किल्स समझने का मौका मिलगा।

इस ट्रेनिंग सत्र में शामिल वाणिज्य और कपड़ा मंत्रालय में चीफ कंट्रोलर ऑफ अकाउंट्स के तौर पर काम कर रहीं एस. नीलम कुमार ने कहा, ये काफी उपयोगी और नई-नई सूचनाएं प्रदान करने वाला जानकारी पूर्ण कार्यक्रम है। इसमें भागीदारों को कई देशों के प्रतिनिधियों से मिलने का मौका मिलेगा। यहां वित्त और ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े लोग भी आए हैं। मुझे उम्मीद है कि इस तरह की ट्रेनिंग, एक्सपोजर और विचारों के आदान-प्रदान से हमें हमारे क्षेत्र में बेहतर ढंग से काम करने में मदद मिलेगी।

दूसरे अधिकारी संसदीय मामलों के मंत्रालय में संयुक्त सचिव डॉ. सत्यप्रकाश का मानना था कि इस तरह के प्रोग्राम से प्रशासनिक दक्षता कोबढ़ाने में मदद मिलेगी । इसके अलावा 2 हफ्ते का विदेश भ्रमण भी काफी मददगार साबित होगा।

सार्वजनिक क्षेत्र के शीर्ष उपक्रमों जैसे इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, ऑयल इंडिया कॉरपोरेशन, एचपीसीएल, बीईएमएल, एनसीएल, ईसीआईएल, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और भारतीय डाक-तार विभाग के शीर्ष अधिकारी इस एडवांस मैनेजमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल हुए हैं।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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