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एशियाई खेल : महिला हॉकी में रजत, मुक्केबाज अमित से स्वर्ण की उम्मीद

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जकार्ता, 31 अगस्त (आईएएनएस)| भारत के लिए 18वें एशियाई खेलों का 13वां दिन (शुक्रवार) मिलाजुला रहा। भारत के हिस्से कोई स्वर्ण पदक तो नहीं आया लेकिन रजत और कांस्य पदक जरूर आए।

मुक्केबाज अमित पंघल ने पुरुषों की 49 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा के फाइनल में जगह बना कर स्वर्ण की उम्मीदों को जिंदा रखा, लेकिन महिला हॉकी टीम की फाइनल में हार बड़ा झटका रही। हॉकी में स्वर्ण के बजाए रजत से संतुष्ट होने के अलावा मुक्केबाजी की 75 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा में विकास कृष्ण के चोट के कारण सेमीफाइनल नहीं खेलने से निराशा हुई। चोट के कारण स्वर्ण पदक का यह प्रबल दावेदार कांसे तक सीमित रह गया।

भारत को हालांकि सेलिंग में शुक्रवार को तीन पदक मिले। स्क्वॉश में भारतीय पुरुष टीम को सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

स्क्वॉश में भारतीय पुरुष टीम भले कांस्य ही ला सकी लेकिन महिला टीम ने फाइनल में प्रवेश कर लिया है।

टेबल टेनिस में एकल स्पर्धाओं में मनिका बत्रा, अचंता शरथ कमल और गणनसेकरन साथियन को हार मिली।

भारत कुल 65 पदकों के साथ पदकतालिका में आठवें स्थान पर है। इसमें से 13 स्वर्ण, 23 रजत और 29 कांस्य पदक शामिल हैं।

राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाले अमित ने सेमीफाइनल में फिलीपींस के पालम कार्लो को 3-2 से मात देकर फाइनल में जगह पक्की की। फाइनल में उनका सामना उज्बेकिस्तान के हसनबॉय दुसामातोव से होगा।

अमित के लिए यह जीत आसान नहीं रही। उन्हें शुरू से काफी कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले में अमित का डिफेंस काम आया जिसके दम पर वह ज्यादा अंक बटोरने में सफल रहे।

कार्लो पहले सेकेंड से ही बेहद आक्रामक थे और अमित पर मुक्के बरसा रहे थे। शुरुआत में अमित कमजोर पड़े, लेकिन वक्त रहते उन्होंने अपने गार्ड को संभाला और बेहतरीन रक्षात्मक खेल दिखाया। इस बीच वह कुछ अच्छे जैब मारने में भी सफल रहे।

दूसरे राउंड में अमित ने अपने डिफेंस को और मजबूत किया। साथ ही कार्लो को चकमा देने की नीति अपनाई जो कारगर साबित हुई। इस नीति ने अमित को आक्रामक खेलने का मौका भी दिया जिससे वह सटीक पंच मारने में कामयाब रहे।

तीसरे राउंड की शुरुआत अमित ने धैर्य को साथ की और कार्लो को गलती पर बाध्य किया। हालांकि कार्लो आक्रामकता के साथ अमित पर कुछ पंच मारने में सफल रहे लेकिन अमित ने तुरंत आक्रामकता का जवाब आक्रामकता से दिया।

मुकाबला इतना कड़ा था कि पांच रेफरियों में से तीन ने अमित के पक्ष में फैसला किया तो वहीं दो ने कार्लो के।

भारतीय महिला हॉकी टीम को जापान के हाथों 2-1 से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। जापान के लिए शिहोरी ओइकावा ने 11वें और मोतोमी कावामुरा ने 44वें मिनट में गोल किए। वहीं भारतीय टीम के लिए नेहा गोयल ने 25वें मिनट में एकमात्र गोल किया।

इस हार के साथ ही भारतीय महिला टीम एशियाई खेलों में 36 साल बाद दूसरा स्वर्ण पदक जीतने से चूक गई। भारत ने 1982 में नई दिल्ली में हुए नौवें एशियाई खेलों में पहली बार स्वर्ण पदक जीता था।

स्वर्ण से चूकने के कारण भारतीय महिला टीम को टोक्यो ओलम्पिक-2020 का टिकट भी गंवाना पड़ा। टोक्यो ओलम्पिक खेलने के लिए भारतीय टीम को अब क्वालिफाइंग मैच खेलने होंगे।

सेलिंग की विभिन्न स्पर्धाओं में एक रजत व दो कांस्य पदक मिले। श्वेता शेरवेगर और वर्षा गौतम की जोड़ी ने महिलाओं की 49-ईआर एफएक्स स्पर्धा में रजत पदक अर्जित किया जबकि अशोक ठक्कर एवं के.सी. गणपति ने पुरुषों की 49ईआर और हर्षिता तोमर ने ओपन लेसर 4.7 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता । श्वेता शेरवेगर और वर्षा गौतम की भारतीय जोड़ी ने 15 रेस के बाद कुल 44 अंक और 40 नेट अंक हासिल कर रजत पदक पर कब्जा किया।

अशोक ठक्कर एवं के.सी. गणपति ने पुरुषों की 49ईआर स्पर्धा में कुल 53 अंक और 43 नेट अंक अर्जित करते हुए पदक अपने नाम किया। हर्षिता तोमर ने ओपन लेसर 4.7 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। हर्षिता ने इस स्पर्धा में कुल 62 अंक और 50 नेट अंक हासिल कर तीसरा स्थान प्राप्त किया।

जोशना चिनप्पा, दीपिका पल्लिकल कार्तिक, सुनैना कुरुविल्ला और तन्वी खन्ना की भारतीय महिला स्क्वॉश टीम ने शानदार प्रदर्शन कर सेमीफाइनल मुकाबले में मलेशिया को 2-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।

इस मुकाबले के पहले मैच में जोशना ने मलेशिया की निकोल डेविड को 12-10, 11-9, 6-11, 10-12, 11-9 से मात देकर भारतीय टीम को 1-0 की बढ़त दी थी।

भारत ने इसके बाद दूसरे मुकाबले में भी जीत हासिल करते हुए फाइनल में जगह बनाई, जहां उसका सामना हांगकांग से होगा।

पुरुष स्क्वॉश टीम को सेमीफाइनल में हांगकांग ने 2-0 से हरा कर कांस्य पदक तक रोक दिया।

टेबल टेनिस के महिला एकल वर्ग के मुकाबले में मनिका को प्री-क्वार्टर फाइनल में चीन की खिलाड़ी मानयु वांग ने 32 मिनट तक चले मुकाबले में 4-1 (11-2, 11-8, 11-8, 6-11) से मात देकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।

इसके अलावा, पुरुष एकल वर्ग के अंतिम-16 दौर में शरथ को चीनी ताइपे के चिहयुआन चुआंग ने 44 मिनट तक चले पांच गेमों के मुकाबले में 3-2 (11-7, 9-11, 12-10, 14-16, 11-9) से मात दी। साथियान को जापान के केंटा मात्सुदीरा ने 4-1 (9-11, 11-4, 11-9, 11-6, 12-10) से परास्त कर बाहर का रास्ता दिखाया।

वॉलीबाल में भारतीय महिला टीम चीनी ताइपे से 0-3 से हार कर 10वें पायदान पर रही।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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