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कश्मीर : ग्रेनेड हमले में 4 जवान घायल, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

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जम्मू/श्रीनगर, 14 अगस्त (आईएएनएस)| जम्मू एवं कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस समारोह को देखते हुए सोमवार को सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इस बीच बडगाम जिले में ग्रैनेड हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के तीन जवान और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा ने हमले की जिम्मेदारी ली है।

राज्य में 15 अगस्त को होने वाले आधिकारिक स्वतंत्रता दिवस समारोहों को निशाना बनाए जाने की आतंकवादियों की योजना के संबंध में खुफिया सूचना मिलने के बाद जम्मू एवं श्रीनगर में सुरक्षा बंदोबस्त कड़े कर दिए गए हैं।

जम्मू एवं श्रीनगर में दर्जनों जगहों पर अस्थायी सुरक्षा चौकियां स्थापित की गई हैं और दोनों शहरों में प्रवेश करने वाले हर वाहन की सघन जांच की जा रही है।

जम्मू में मौलाना आजाद स्टेडियम और श्रीनगर में बख्शी स्टेडियम के आस-पास की सभी बहुमंजिला इमारतों पर शार्पशूटर तैनात किए गए हैं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा निगरानी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।

श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराएंगी और बख्शी स्टेडियम को जाने वाले सभी मार्ग वाहनों और पदयात्रियों के लिए बंद कर दिए गए हैं।

बख्शी स्टेडियम में प्रवेश के लिए सख्त इलेक्ट्रॉनिक जांच उपकरण और मानव निगरानी व्यवस्था लगाई गई है।

वहीं जम्मू के मौलाना आजाद स्टेडियम में भी सुरक्षा बलों ने कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए हैं।

कश्मीर घाटी में 90 के दशक में अलगाववादी हिंसा शुरू होने के बाद से 15 अगस्त और 26 जनवरी के आस-पास आम तौर पर तनाव जैसे हालात हो जाते हैं।

अलगाववादी स्वतंत्रता दिवस पर विरोध स्वरूप बंद और परेड का बहिष्कार करने का आह्वान करते रहे हैं, वहीं आतंकवादी समारोह बाधित करने की कोशिश करते रहे हैं।

सोमवार को श्रीनगर में आम दिनों की अपेक्षा सड़कों पर परिहवन और लोगों की भीड़ कम रही, क्योंकि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए लोग जल्द से जल्द घरों के अंदर चले गए।

अधिकारियों ने कानून व्यवस्था बनाए रखने का हवाला देते हुए श्रीनगर के कुछ हिस्सों में निषेधाज्ञा लगा दी है।

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सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्मों पर अश्लील कंटेंट को रोकने के लिए बनेगा कानून – केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव

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नई दिल्ली। लोकसभा में हगामे के बीच बीजेपी सांसद अरुण गोविल ने प्रश्नकाल के दौरान सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील कंटेंट का मुद्दा उठाया। अरुण गोविल के सवाल का जवाब में देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्मों पर अश्लील कंटेंट को रोकने के लिए सरकार के प्रयासों के लिए मौजूदा कानूनों को मजबूत करने की आवश्यकता है। हमारे देश की संस्कृति और उन देशों की संस्कृति के बीच बहुत अंतर है जहां पर ओटीटी पर अश्लील कंटेंट आते है।

केंद्रीय मंत्री ने आम सहमति बनाने का किया अनुरोध

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मैं चाहूंगा कि स्थायी समिति इस मुद्दे को उठाए। मौजूदा कानून को मजबूत करने की जरूरत है और मैं इस पर आम सहमति का अनुरोध करता हूं। मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री भी चलाई जाती है।

नई नीति का मसौदा तैयार कर रही है सरकार

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि पहले कोई चीज पब्लिश करने के लिए संपादकीय टीम होती थी। इसकी वजह से कोई अश्लील कंटेंट पब्लिश नहीं होता था। जो अब नहीं है। अश्विनी वैष्णव ने यह बयान उनके डिप्टी एल मुरुगन द्वारा यह पुष्टि किए जाने के एक महीने बाद आया है कि सरकार ओटीटी सामग्री को विनियमित करने के लिए एक नई नीति का मसौदा तैयार कर रही है।

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