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अन्तर्राष्ट्रीय

किम जोंग-नाम की हत्या का मुकदमा अक्टूबर से शुरू होगा

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कुआलालंपुर, 28 जुलाई (आईएएनएस)| मलेशिया की एक अदालत ने शुक्रवार को कहा कि किम जोंग-नाम की हत्या का मुकदमा दो अक्टूबर से शुरू होगा। किम जोंग-नाम उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के सौतेले भाई थे, जिनकी हत्या कर दी गई थी। मलेशियाई स्टार डेली की रपट के अनुसार, शाह आलम उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति आजमी आरिफिन ने मुकदमे के लिए तारीख तय कर दी।

उन्होंने कहा कि दोनों अभियुक्तों -इंडोनेशियाई सिति असियाह और वियतनामी डोन थी हुओंग- की दलील मुकदमे के पहले दिन दर्ज की जाएगी।

अभियोजक मोहम्मद इस्कंदर अहमद ने कहा कि अभियोजन पक्ष 30-40 गवाहों सहित 10 विशेषज्ञों को साक्ष्य के लिए बुला रहा है।

जोंग-नाम की कुआलालंपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 13 फरवरी को हुई हत्या के लिए दोनों महिलाएं यदि दोषी पाई जाती हैं तो उन्हें मृत्युदंड दिया जाएगा।

दोनों महिलाओं ने कथित तौर पर अपने चेहरे पर जहरीला वीएक्स नर्व एजेंट लगाया था। इस रसायन को संयुक्त राष्ट्र ने सामूहिक विनाश का हथियार माना है।

किम जोंग-नाम उत्तर कोरिया के दिवंगत नेता किम जोंग-इल के बड़े बेटे थे। किम जोंग-नाम ने अलग-थलग पड़े, परमाणु हथियार संपन्न देश पर अपने परिवार के वंशानुगत नियंत्रण के खिलाफ सार्वजनिक रूप से आवाज बुलंद की थी।

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अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात

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नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।

मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।

 

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