Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

वीडियो

खून की होली में 700 लोगों की हत्या!

Published

on

Loading


सीरिया के शहर घौटा के पूर्वी भाग में जो हो रहा है उसकी वजह से दुनियाभर में उसे धरती का नर्क बुलाया जा रहा है. शहर के इस हिस्से में करीब चार लाख लोग हर पल ज़िंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं. देश की राजधानी दमिश्क के करीब बसी इस जगह को लगातार हो रहे हवाई हमलों ने कंक्रीट के ऐसे ढेर में तब्दील कर दिया है जिसमें शहर ढूंढना असंभव सा नज़र आता है संभव है, इन्हीं वजहों से घौटा को धरती का नर्क बताया जा रहा है.

सीरिया में चल रहा गृहयुद्ध अपने आठवें साल में हैं और जो शहर विद्रोहियों के कब्ज़े में था घौटा उनमें से एक है. सीरिया के राष्ट्रपति कई देश इन्हें तानाशाह भी मानते हैं बशर अल असद ने उन तमाम शहरों को विद्रोहियों और ISIS के कब्ज़े से छुड़ा लिया है जो गृहयुद्ध के दौर में उनके चंगुल में आ गए थे. घौटा विद्रोहियों का आखिरी गढ़ बचा है जिसे नेस्तनाबूद करने में सीरियाई राष्ट्रपति ने रूस के साथ मिलकर अपने ज़ोर की इंतेहा कर दी है.अल-जज़ीर की एक ख़बर के मुताबिक बीती 26 फरवरी तक सीरियाई फौज को घौटा में एक इंच की ज़मीनी बढ़त नहीं हासिल हुई है. हमले को लेकर मिली जानकारी के अनुसार फौज ने अबतक मोर्टार, बैरल बम, क्लस्टर बम और बंकर तबाह करने वाले बमों का इस्तेमाल किया गया है.गृहयुद्ध की के दौरान किए गए इन विभत्स हमलों में क्लोरीन गैस के इस्तेमाल की बातें भी सामने आ रही हैं. सीरिया सिविल डिफेंस बचाव दल जिन्हें व्हाइट हेल्मेट्स के नाम से भी जाना जाता है ने कहा है कि हमले का शिकार हुए लोगों को देखकर यही लगता है कि वो क्लोरीन गैस का शिकार हुए हैं.रूस के विदेश मंत्री ने क्लोरीन गैस के इस्तेमाल की ख़बरों को बकवास बताया है.

वीडियो

VIDEO : अपनी जिंदगी के साथ मत खेले, मुंबई की लोकल ट्रेन का देखें बुरा हाल

Published

on

Loading

Continue Reading

Trending