Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

छात्र ने परीक्षा स्थगित कराने की थी प्रद्युम्न की हत्या : सीबीआई

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 8 नवंबर (आईएएनएस)| केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को कहा कि गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल का एक 16 वर्षीय छात्र कक्षा दो के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या का मुख्य अभियुक्त है।

वह परीक्षाओं और शिक्षकों और माता-पिता के बीच होने वाली एक बैठक (पैरेंट्स टीचर्स मीटिंग) को स्थगित करना चाहता था। सीबीआई प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा कि कक्षा 11वीं के छात्र को मंगलवार रात गिरफ्तार किया गया। अपराध स्थल का निरीक्षण, सीसीटीवी फुटेज की जांच, कॉल रिकॉर्ड, बयान और कई लोगों से पूछताछ के बाद से पता चला कि यह छात्र अपराध के दिन स्कूल परिसर में एक चाकू लेकर पहुंचा था और उसी का इस्तेमाल उसने अपने कनिष्ठ स्कूल सहपाठी को मारने के लिए किया।

दयाल ने कहा, अपराध में इस्तेमाल हथियार एक चाकू है, जिसे शुरुआत में गुरुग्राम (हरियाणा) में पुलिस ने घटनास्थल से बरामद किया था। वह अब हमारे पास है।

उन्होंने कहा कि हिरासत में लिया गया छात्र पढ़ाई में कमजोर था और परीक्षाओं और पेरेंस्ट्स-टीचर्स मीटिंग को स्थगित करना चाहता था और इस सबसे बचने के लिए उसने बगैर सोचे-समझे प्रद्युम्न (सात) की हत्या कर दी।

सीबीआई प्रवक्ता ने कहा कि हिरासत में लिए गए छात्र के माता-पिता को पूरी जांच के दौरान सूचित किया जाता रहा।

सीबीआई ने हरियाणा पुलिस से 22 सितंबर को स्कूल के बाथरूम में प्रद्युम्न की गला रेंतकर हुई हत्या के करीब दो सप्ताह बाद यह मामला अपने हाथ में ले लिया था।

छात्र को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा, जहां अदालत द्वारा यह निर्णय लिए जाने की संभावना है कि उसे किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और सुरक्षा) अधिनियम, 2015 के अनुसार बालिग माना जाए, या नाबालिग।

वहीं, घटना के बाद हरियाणा पुलिस ने दावा किया था कि स्कूल के बस कंडक्टर अशोक कुमार ने यौन उत्पीड़न का विरोध जताने पर शौचालय के अंदर प्रद्युम्न की हत्या कर दी थी।

अशोक को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि प्रद्युम्न के पिता और दो अन्य कर्मचारियों ने दावा किया था कि अशोक को बलि का बकरा बनाया जा रहा है।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार देगा डोमिनिका, कोरोना के समय भेजी थी 70 हजार वैक्सीन

Published

on

Loading

डोमिनिका। कैरेबियाई देश डोमिनिका भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार- ‘डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित करेगा। भारतीय प्रधानमंत्री को कोविड-19 महामारी के दौरान डोमिनिका की मदद करने के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है।भारत ने फरवरी 2021 में डोमिनिका को एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन के 70 हजार डोज भेजे थे। यह वैक्सीन डोमिनिका और उसके पड़ोसी अन्य कैरेबियाई देशों के काम आई थी। भारतीय प्रधानमंत्री के डोमिनिका के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में सहयोग के लिए यह अवॉर्ड दिया जा रहा है।

डोमिनिका के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन भारत-कैरिबियन समुदाय (कैरिकॉम) शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी को डोमिनिका सम्मान से सम्मानित करेंगी। डोमिनिका के पीएम ऑफिस के आधिकारिक बयान में कहा गया, “फरवरी 2021 में, प्रधानमंत्री मोदी ने डोमिनिका को एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन की 70,000 खुराकें उपलब्ध कराईं। एक उदार उपहार जिसने डोमिनिका को अपने कैरेबियाई पड़ोसियों को सहायता प्रदान करने में सक्षम बनाया।” इसमें कहा गया कि यह पुरस्कार पीएम मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी में डोमिनिका के लिए भारत के समर्थन को मान्यता देता है।

बयान में कहा गया कि पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन और भू-राजनीतिक संघर्ष जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने में सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए पुरस्कार की पेशकश स्वीकार की। इसके मुताबिक पीएम मोदी ने इन मुद्दों को हल करने में डोमिनिका और कैरिबियन के साथ काम करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई देशों द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया है। ये सम्मान प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और दूरदर्शिता का प्रतिबिंब हैं, जिसने वैश्विक मंच पर भारत के उदय को मजबूत किया है। यह दुनिया भर के देशों के साथ भारत के बढ़ते संबंधों को भी दर्शातें हैं।

 

Continue Reading

Trending