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मुख्य समाचार

जिंदल स्टेनलेस रेलवे की आपूर्ति 2020 तक दोगुनी करेगा

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नई दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)| स्टेनलेस स्टील की रेलवे में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए जिंदल स्टेनलेस स्टील अपनी उत्पादन क्षमता का विकास कर रही है और अगले वित्त वर्ष तक कंपनी रेलवे को अपनी आपूर्ति बढ़ाकर दोगुना करेगी। यह जानकारी यहां जिंदल स्टेनलेस स्टील के एक शीर्ष अधिकारी ने दी।

कंपनी के बिक्री विभाग के प्रमुख विजय शर्मा ने कहा कि देश में स्टेनलेस स्टील की सबसे बड़ी विनिर्माता कंपनी जिंदल स्टेनलेस स्टील वर्तमान में रेलवे के कोच कारखानों को 3,5000 टन स्टेनलेस स्टील की आपूर्ति करती है, जिसे अगले वित्त विर्ष 2019-20 में बढ़ाकर दोगुना कर देगी।

शर्मा यहां शुक्रवार को रेलवे वैगन मैन्युफैक्च र्स मीट में बताया कि जिंदल स्टेनलेस स्टील की अनुसंधान व विकास टीम रेलवे के रिसर्च डिजाइन्स एंड स्टैंडर्डस ऑर्गेनाइजेशन यानी आरडीएसओ के साथ मिलकर दो नए मॉडल के कोच बनाने की दिशा में काम कर रही है।

उन्होंने कहा, हमारी टीम बीओबीआरएन और बीओएसटी मॉडल के दो कोच बनाने की दिशा में आरडीएसओ के साथ मिलकर काम कर रही है। ये दोनों मॉडल के कोच मौजूदा कोच से हल्के होंगे और ये टूट-फूट या घिसाई रोधी भी हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश में दो लाख से ज्यादा कोच हैं और रेलवे अगले पांच साल में एक लाख कोच और बनाएगी जिसके लिए रेलवे की स्टेनलेस स्टील की मांग में इजाफा होगा क्योंकि एक कोच के लिए करीब आठ से दस टन स्टेनलेस स्टील की जरूरत होती है, जो कोच के मॉडल पर निर्भर करती है।

शर्मा ने कहा कि स्टेनलेस स्टील में जंग नहीं लगता है और इसकी आयु भी काफी ज्यादा है। यही कारण है कि कोच में इसके उपयोग को प्रमुखता दी जा रही है।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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