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अन्तर्राष्ट्रीय

ट्रंप के पूर्व अभियान प्रमुख के मामले में मई 2018 से सुनवाई का प्रस्ताव

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वाशिंगटन, 4 नवंबर (आईएएनएस)| अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव अभियान के प्रमुख रहे पॉल मैनफोर्ट पर मुकदमे की सुनवाई मई 2018 में शुरू हो सकती है। एक संघीय न्यायाधीश ने इसकी घोषणा की है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यायाधीश एमी बरमन जैक्सन द्वारा सुनवाई शुरू करने के लिए 7 मई, 2018 का प्रस्ताव मैनफोर्ट के वकीलों के बयान के बाद आया है। बयान में वकीलों ने कहा है कि वे मैनफोर्ट के खिलाफ आरोपों के कानूनी आधार को चुनौती देने की योजना बना रहे हैं। साथ ही साथ वकीलों ने कहा कि उनके खिलाफ सबूत सर्च वॉरंट और समन द्वारा ‘अनुचित रूप से प्राप्त’ किए गए हैं।

एमी जैक्सन ने कहा कि अगर उन्हें लगता है कि सुनवाई की तारीख जल्दी दे दी गई है या फिर तारीखों को लेकर कोई बाधा आ रही है तो वकील सोमवार को अदालत के समक्ष पेशी के दौरान सुनवाई की तारीखों को बदलवाने का प्रयास कर सकते हैं।

उन्होंने साफ करते हुए कहा कि सुनवाई की तारीख एक बार तय होने के बाद वह उसे बदलेंगी नहीं।

फिलहाल मैनफोर्ट और लंबे समय से ट्रंप के व्यावसायिक पार्टनर और अभियान के उपाध्यक्ष रिक गेट्स को नजरबंद कर दिया गया है। इन दोनों को 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की जांच कर रहे विशेष वकील के आरोपों के तहत नजरबंद किया गया है।

दोनों व्यक्तियों पर अदालत के सामने पेश होने, वकीलों के साथ बैठक, चिकित्सा संबंधी तारीख और धार्मिक गतिविधियों के अलावा किसी भी कारण से अपने घर को छोड़ने पर रोक लगा दी गई है।

सीएनएन की खबर के मुताबिक, दोनों व्यक्तियों पर धनशोधन और षडयंत्र में शामिल होने समेत एक दर्जन से अधिक आरोप लगाए गए हैं। दोनों ने ही अदालत के समक्ष दोषी नहीं होने वाली दलीलों की याचिका दायर की है।

न्याय विभाग के विशेष वकील रॉबर्ट मुलर ने शुक्रवार को कहा कि अगर मैनफोर्ट और गेट्स पर मुकदमा चलता है तो अभियोजन पक्ष को मामला पेश करने के लिए तीन सप्ताह की आवश्यकता होगी।

जांचकर्ता मैनफोर्ट को निशाना बना रहे हैं, जिन्होंने महीनों तक लॉबिस्ट के रूप में काम किया। एफबीआई ने जुलाई में उनके घर की तलाशी ली थी।

मैनफोर्ट ने एक बार रूसी धनाढ्य ओलेग डरिपास्का के लिए काम किया था जिसका कहना है कि अमेरिका को उसकी 1.8 करोड़ अमरीकी डॉलर की देनदारी चुकानी है। इसके साथ ही वह यूक्रेन में रूस समर्थक तत्वों के साथ संदिग्ध व्यवसायिक सौदे में शामिल था।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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