Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

नवरात्रि के पहले दिन 50 हजार होंडा दोपहिया वाहन बिके

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 22 सितम्बर (आईएएनएस)| गणेश चतुर्थी और ओनम 2017 के दौरान होंडा टूव्हीलर्स की जबरदस्त बिक्री के बाद, नवरात्रि के पहले दिन होंडा ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, पहली बार होंडा की बिक्री 50,000 के आंकड़े को पार कर गई। होण्डा टूव्हीलर्स की बिक्री नवरात्रि के पहले दिन दोगुना से भी अधिक हो गया! कम्पनी ने एक ही दिन में 52,000 वाहन बेचे जबकि पिछले साल यानी 2016 में 23,702 युनिट्स बेची गई थीं। इस दृष्टि से कम्पनी ने 122 फीसदी की रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की है।

होंडा मोटरसाइकल एंड स्कूटर इंडिया प्रा. लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेजीडेन्ट यदविंदर सिंह गुलेरिया ने कहा, नई असेम्बली लाईन (कर्नाटक प्लांट में) की शुरुआत के चलते त्योहारों से ठीक पहले होंडा का उत्पादन 50,000 वाहन प्रति माह बढ़ गया है। इससे हमारे डीलर त्योहारों की मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। साथ ही होण्डा की विस्तार रणनीति, 360 डिग्री मार्केटिंग अभियानों तथा नए मॉडलों के लॉन्च तथा त्योहारों के मौके पर पेश किए गए विशेष ऑफर्स के चलते 2017 के त्योहारों में बिक्री के आंकड़े रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज करेंगे।

होण्डा ने त्योहारों के इस सीजन उपभोक्ताओं के लिए रु 7,500 तक की बड़ी बचत का ऐलान किया।

Continue Reading

प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

Published

on

Loading

मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

Continue Reading

Trending