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बिजनेस

नोटबंदी के बाद चौथी तिमाही में 12.54 लाख पीओएस टर्मिनल जुड़े

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नई दिल्ली, 25 मई (आईएएनएस)| पिछले साल 8 नवंबर को की गई नोटबंदी के बाद इस साल मार्च में खत्म हुई तिमाही के दौरान कुल 12.54 लाख नए पीओएस टर्मिनल जोड़े गए हैं, ताकि वे डिजिटल भुगतान की सुविधा दे सके। सरकार ने यह जानकारी दी। वित्तीय सेवा विभाग ने संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) सरकार की तीसरी वर्षगांठ पर वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों को सूचीबद्ध करते हुए कहा, साल 2016 के दिसंबर तथा साल 2017 के मार्च के मध्य में सबसे ज्यादा पीओएस टर्मिनल जोड़े गए जिनकी संख्या 12.54 लाख रही, जबकि साल 2016 में 30 नवंबर तक देश में कुल 15.19 लाख पीओएस टर्मिनल थे।

इसमें आगे कहा गया, इसके अलावा ऐसी ही अवसंरचना गांवों में तैयार करने के लिए नाबार्ड (राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक) ने 2.04 लाख पीओएस टर्मिनल स्वीकृत किया है।

वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएसजेडीवाई) के अंतर्गत खोले गए खातों में भी जमा रकम में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

मंत्रालय ने कहा, 5 अप्रैल को, 28.23 करोड़ पीएमजेडीवाई खातों में जमा राशि 63,971 करोड़ रुपये थी। 2015 के मार्च में प्रति खाते औसत जमा 1,064 रुपये से बढ़कर 2017 के मार्च महीने तक 2,235 रुपये हो गया है।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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