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अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान को लेकर चीन की नीति नहीं बदली है : इकबाल

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इस्लामाबाद, 11 सितम्बर (आईएएनएस)| आतंकवादी संगठनों के नाम हालिया ब्रिक्स घोषणापत्र में शामिल किए जाने की ओर इशारा करते हुए पाकिस्तान के गृहमंत्री अहसन इकबाल ने सोमवार को कहा कि घोषणापत्र में कुछ भी ‘नया नहीं’ है। देश के संस्थापक की पुण्यतिथि के अवसर पर करांची स्थित कायद-ए-आजम की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को लेकर चीन की नीति नहीं बदली है।

डॉन की रपट के अनुसार, ब्रिक्स की ओर से जारी घोषणापत्र ‘हर्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन की तरह ही है। घोषणापत्र में पाकिस्तान को लेकर चीन की नीति में कोई बदलाव नहीं आया है।

पाकिस्तान के साथ प्रतिबद्धता और दोस्ती निभाने के चीन सरकार के वादे पर बल देते हुए इकबाल ने कहा, पाकिस्तान हर्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में शामिल था। उन लोगों ने उसी कांफ्रेस के घोषणापत्र की नकल की है।

मंत्री ने कहा कि ब्रिक्स घोषणापत्र पाकिस्तान के विरुद्ध नहीं है बल्कि घोषणापत्र में पाकिस्तान के पक्ष को ही बल दिया गया है जिसमें कहा गया है कि देश में प्रतिबंधित संगठन स्वीकार्य नहीं है। यह पाकिस्तान की नीति नहीं है।

उन्होंने कहा, चिंता करने का कोई कारण नहीं है।

इस महीने की शुरुआत में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने अपने ब्रिक्स घोषणापत्र में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों को क्षेत्र की सुरक्षा चिंता के तौर पर नामित किया था और उनके आकाओं को पकड़ने का आह्वान किया था।

इकबाल ने कहा, हमें उन राजनीतिक तत्वों से चौकन्ना रहने की जरूरत है जो हमें अव्यवस्था की ओर ले जाते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान विदेशी खतरों का सामना कर रहा है और इन खतरों से केवल आंतरिक स्थिरता और सुरक्षा को मजबूत करके ही लड़ा जा सकता है।

पाकिस्तान इन दिनों आतंकवाद के मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय आलोचनाओं का सामना कर रहा है। पिछले महीने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को आतंकवादी संगठनों के रहने के लिए ‘सुरक्षित स्वर्ग’ बताया था जिसपर पाकिस्तान ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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