मनोरंजन
पैसा बनाने का धंधा बनकर रह गया सिनेमा : सुभाष घई
नई दिल्ली| ‘कर्ज’, ‘खलनायक’, ‘राम लखन’ और ‘परदेस’ जैसी सफल फिल्में देने वाले हिंदी फिल्मों के ‘शोमैन’ फिल्मकार सुभाष घई का मानना है कि इन दिनों व्यापारीकरण ने भारतीय सिनेमा को कमाई का जरिया बना दिया है।
घई की पिछली कुछ फिल्में- ‘युवराज’, ‘कांची : द अनब्रेकबल’ और ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ दर्शकों का दिल नहीं जीत सकीं। 1980 और 1990 के दशक में उनकी तूती बोलती थी।
घई (70) ने मुंबई से फोन पर आईएएनएस को बताया, “भारतीय सिनेमा कमाई करने वाला उद्योग बनकर रह गया है। पूर्व में यह एक रचनात्मक उद्योग था, लेकिन अब इसमें व्यापारीकरण ज्यादा घुस गया है। अब कलाकार एक तय दृश्य या अदाकारी के बारे में बात नहीं करते, वे फिल्म की कमाई के बारे में बात करते हैं।”
घई ने नामचीन कलाकारों के बढ़ते मेहनताने को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “फिल्म कारपोरेट कंपनियों ने हालिया वर्षो में बहुत नुकसान उठाया है। सिर्फ नामचीन स्टार की मौजूदगी और विपणन कंपनियों को मुनाफा हुआ।”
उन्हें इस बात पर गर्व है कि जब उनके सितारे बुलंद थे, तो स्टार उनके पीछा भागा करते थे। उन्होंने कहा, “निर्माताओं को अपने बजट की आधी रकम सितारों पर लुटाने की बजाय अच्छी कहानी वाली फिल्में बनाने और उनमें हाथ आजमाने की कोशिश करनी चाहिए। मैं अपनी फिल्म के बजट का महज 10 फीसदी सितारों को देता था, लेकिन अब सितारे फिल्म में अभिनय करने की बजाय निर्माताओं को समर्थन देने में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं।”
घई को इस माह की शुरुआत में मलेशिया में इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी (आईफा) वीकेंड एंड अवार्ड्स में लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से नवाजा गया। उन्हें लगता है कि अभिनेताओं को फिल्म निर्माण के क्षेत्र में नहीं आना चाहिए, क्योंकि इससे निर्देशक का काम और मुश्किल हो जाता है।
घई ने कहा, “निर्देशक फिल्म निर्माता बन गए हैं, क्योंकि वे नहीं चाहते कि उनकी विश्वनसीयता में कोई दूसरा व्यक्ति हस्तक्षेप करे। लेकिन जब अभिनेता फिल्म निर्माता बन जाते हैं, तो वे निर्देशक पर हुक्म चलाने की कोशिश करते हैं। इन दिनों कारपोरेट लोग प्रत्येक अभिनेता को निर्माता बनने के लिए कह रहे हैं। राजकुमार हिरानी और रोहित शेट्टी जैसे तीन-चार निर्देशकों को छोड़कर बाकी सारे बाध्य हैं।”
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असित मोदी के साथ झगड़े पर आया दिलीप जोशी का बयान, कही ये बात
मुंबई। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में जेठालाल गड़ा का किरदार निभाने वाले दिलीप जोशी को लेकर कई मीडिया रिपोर्ट्स छापी गईं, जिनमें दावा किया गया कि शो के सेट पर उनके और असित मोदी के बीच झगड़ा हुआ। फिलहाल अब दिलीप जोशी ने इस पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ी है और खुलासा करते हुए बताया है कि इस पूरे मामले की सच्चाई क्या है। अपने 16 साल के जुड़ाव को लेकर भी दिलीप जोशी ने बात की और साफ कर दिया कि वो शो छोड़कर कहीं नहीं जा रहे और ऐसे में अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए।
अफवाहों पर बोले दिलीप जोशी
दिलीप जोशी ने अपना बयान जारी करते हुए कहा, ‘मैं बस इन सभी अफवाहों के बारे में सब कुछ साफ करना चाहता हूं। मेरे और असित भाई के बारे में मीडिया में कुछ ऐसी कहानियां हैं जो पूरी तरह से झूठी हैं और ऐसी बातें सुनकर मुझे वाकई दुख होता है। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ एक ऐसा शो है जो मेरे और लाखों प्रशंसकों के लिए बहुत मायने रखता है और जब लोग बेबुनियाद अफवाहें फैलाते हैं तो इससे न केवल हमें बल्कि हमारे वफादार दर्शकों को भी दुख होता है। किसी ऐसी चीज के बारे में नकारात्मकता फैलते देखना निराशाजनक है जिसने इतने सालों तक इतने लोगों को इतनी खुशी दी है। हर बार जब ऐसी अफवाहें सामने आती हैं तो ऐसा लगता है कि हम लगातार यह समझा रहे हैं कि वे पूरी तरह से झूठ हैं। यह थका देने वाला और निराशाजनक है क्योंकि यह सिर्फ हमारे बारे में नहीं है – यह उन सभी प्रशंसकों के बारे में है जो शो को पसंद करते हैं और ऐसी बातें पढ़कर परेशान हो जाते हैं।’
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