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प्रजापति पर नेताजी का फैसला नहीं टालूंगा पर ‘बीच वाले’ को हटा देंगे : अखिलेश

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AKHILESH-YADAVलखनऊ। यूपी की सपा सरकार में चल रही उठापटक और तेज होने के संकेत नजर आने लगे हैं। अखिलेश कैबिनेट से हटाए गए गायत्री प्रसाद प्रजापति पर की गई कार्रवाई रद्द होने के संकेत दिख रहे हैं। मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने प्रजापति पर कार्रवाई रद्द करने की बात कही है।

लखनऊ के एक टेलीविजन चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे सीएम अखिलेश यादव ने भी कहा कि प्रजापति पर नेताजी के लिया गया फैसला नहीं टालूंगा। नेताजी पार्टी के मुखिया होने के साथ मेरे पिता भी हैं। प्रजापति पर नेताजी का फैसला स्वीकार है।

हालांकि कार्यक्रम में अखिलेश के तेवर तल्ख भी नजर आए। उन्होंने कहा कि जिस कुर्सी पर बैठा हूं, उस की वजह से झगड़े हो रहे हैं। जो विवाद होगा, उसका रास्ता नेताजी निकालेंगे। नेताजी और मैं मिलकर ‘बीच वाले’ को बीच से हटा देंगे। मेरे और नेताजी के बीच में कोई और नहीं आएगा।

कार्यक्रम में अखिलेश से जब यूपी विधानसभा चुनाव पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए वह अपने विकास के कामों पर भरोसा करते हैं। चुनाव में झगड़े का असर नहीं बल्कि विकास का असर दिखेगा।

शिवपाल यादव के इस्तीफे से उठे सवालों पर अखिलेश ने सफाई दी कि सरकार और पार्टी की भलाई के लिए कड़े फैसले लेता हूं। चाचा शिवपाल जानते हैं कि दीपक सिंघल क्यों हटाए गए? उन्होंने चाचा और मेरे दोनों के साथ काम किया है।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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