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बिजनेस

बजाज ऑटो का मुनाफा 1 फीसदी गिरा

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मुंबई, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)| वित्तवर्ष 207-18 की दूसरी तिमाही में दोपहिया और तिपहिया वाहन निर्माता बजाज ऑटो के मुनाफे में 1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। कंपनी के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि में उसकी आय घटकर 1,112 करोड़ रुपये रही, जो कि वित्तवर्ष 2016-17 की समान तिमाही में 1,123 करोड़ रुपये थी।

हालांकि इस अवधि में बजाज ऑटो के कारोबार में 1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और यह 6,863 करोड़ रुपये रही। वित्त वर्ष 2016-17 की दूसरी तिमाही में कंपनी का कारोबार 6,774 करोड़ रुपये था।

समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की कुल बिक्री (निर्यात समेत) में 4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और यह 10,71,510 वाहनों की रही, जबकि वित्त वर्ष 2016-17 की दूसरी तिमाही के दौरान यह 10,31,945 थी।

बजाज ऑटो ने एक बयान में कहा, उच्च मुनाफा देनेवाले उत्पाद और व्यापार (अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, वाणिज्यिक वाहन और पल्सर) अच्छा कारोबार कर रहे हैं, जिसमें सीटी और प्लेटिना का भी अच्छा उपयोग हो रहा है। कंपनी ने उद्योग में सबसे अधिक एबिटडा (कर चुकाने से पहले कंपनी की आय) कायम रखा है, जोकि 20.8 फीसदी है।

बयान में कहा गया, समीक्षाधीन अवधि में कर चुकाने से पहले कंपनी का मुनाफा 1,517 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्तवर्ष की समान तिमाही में यह 1,123 करोड़ रुपये थी।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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