Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

ब्रिक्स सुरक्षा बैठक के परिणाम का प्रभाव शिखर बैठक पर होगा : डोभाल

Published

on

Loading

बीजिंग, 28 जुलाई (आईएएनएस)| चीन की राजधानी बीजिंग में शुक्रवार से ब्रिक्स सुरक्षा बैठक शुरू हो गई है। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि इस बैठक में जिन ‘महत्वपूर्ण’ मुद्दों पर चर्चा होगी और उसके जो परिणाम निकलेंगे, उसका असर सितंबर में होने वाले मुख्य सम्मेलन पर पड़ेगा।

डोभाल ने सुरक्षा मुद्दों पर उच्च प्रतिनिधियों की 7वीं ब्रिक्स बैठक में कहा, यह अच्छी बात है कि हम उन महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं, जिनका असर अगले शिखर सम्मेलन पर पड़ेगा।

उन्होंने कहा, आज की बैठक के परिणाम सितंबर में जियामेन में होने वाली ब्रिक्स शिखर बैठकों में योगदान करेंगे।

तीन दिवसीय ब्रिक्स शिखर सम्मेलन जियामेन में तीन सितंबर को आयोजित होगी। डोकलाम में भारत तथा चीन के बीच गतिरोध से पांच देशों के शिखर सम्मेलन में द्विपक्षीय तनाव की चिंता बढ़ गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में मुलाकात की संभावना है।

डोभाल ने गुरुवार को चीन के शीर्ष राजनयिक यांग जीची से मुलाकात कर दोनों देशों के बीच की ‘प्रमुख समस्याओं’ पर चर्चा की।

डोभाल ने कहा, ब्रिक्स को आतंकवाद के साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के रणनीतिक मुद्दों का मुकाबला करने में नेतृत्व दिखाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, यह स्वाभाविक है कि हम सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक ब्रिक्स मंच आयोजित करें, जिसका वैश्विक शांति और स्थिरता में प्रभाव पड़ता हो।

गौरतलब है कि भारतीय सेना ने जून में चीनी सैनिकों द्वारा इस इलाके में सड़क निर्माण पर रोक लगा दी थी, जिसके कारण दोनों देशों के सैनिकों के बीच ठन गई थी। डोकलाम में दोनों देशों के सैनिकों के बीच गतिरोध का यह दूसरा महीना है।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात

Published

on

Loading

नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।

मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।

 

Continue Reading

Trending