नेशनल
भोपाल जेल तोड़े जाने की जांच हो : बिट्टा
भोपाल | ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के चेयरमैन मनिंदर जीत सिंह बिट्टा ने प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के आठ विचाराधीन कैदियों के जेल से भागने की जांच को जरूरी माना है, लेकिन मामले का फैसला होने से पहले इन कैदियों को मुठभेड़ में मार दिए जाने को जायज ठहराया है। बिट्टा ने यहां गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर पुलिस कार्रवाई की सराहना की और विचाराधीन कैदियों द्वारा किए गए हमले में शहीद हुए प्रहरी रमाशंकर यादव के घर पर पहुंचकर शोक संवदेना जताई।
ज्ञात हो कि पुलिस मठभेड़ पर कई राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन सवाल उठा रहे हैं और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के नेतृत्व में इसकी जांच कराए जाने की मांग कर रहे हैं। उनके गले यह बात नहीं उतर रही कि सेंट्रल जेल का ताला टूथब्रश या लकड़ी की चाबी से कैसे खुल सकती है और ये आतंकवादी थे या नहीं, इसका फैसला होना अभी बाकी था, तब ‘आतंकवादी’ बताकर इन्हें मार डालने का अधिकार पुलिस को किसने दिया।
इसी बीच बिट्टा ने मुठभेड़ की जांच न कराने की बात कहकर नई जिरह को जन्म दे दिया है।
बिट्टा ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, “अगर ये आतंकवादी भाग जाते तो सरकार और पुलिस पर सवाल उठते और अब जब मारे गए हैं तो भी सवाल उठ रहे हैं। ये आतंकी कितनों का कत्लेआम कर सकते थे, इसका अंदाजा किसी को नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “आतंकवादियों को जेल से भागने का मौका ही न मिले, इसके लिए जरूरी है कि उन्हें जल्दी से जल्दी सजा दी जाए। इसलिए केंद्र सरकार को ‘एंटी टेरेरिस्ट मिल्रिटी कोर्ट’ बनाना चाहिए। यह कोर्ट छह माह के भीतर सजा सुनाए।”
सिमी कार्यकर्ताओं द्वारा गला रेतकर मारे गए प्रहरी रमाशंकर यादव के घर जाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व अन्य मंत्रियों ने शोक जताया। इस पर बिट्टा ने कहा, “क्या जेल में शहीद हुआ जवान भाजपा का था? आरएसएस का था? वह पाकिस्तान का नहीं था, वह हिंदुस्तान की पुलिस का एक जवान था, उसके घर किसी और दल का नेता क्यों नहीं गया?”
बिट्टा ने विचाराधीन कैदियों के जेल से फरार होने और मुठभेड़ की जांच कराने की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बात पर असहमति जताई। उनका कहना है कि जांच सिर्फ जेल तोड़ने की होनी चाहिए, मुठभेड़ की नहीं।
बिट्टा ने शहीद प्रहरी के निवास पर जाकर परिजनों से मुलाकात की और उनकी हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
यादव के परिवार से मिलने के बाद बिट्टा ने कहा, “दिग्विजय सिंह हमेशा आतंकवादियों की पैरवी करते हैं, पता नहीं उन्हें यह लाइसेंस किसने दे दिया है, वे तो कांग्रेस के लिए कैंसर बन गए हैं।”
उन्होंने कहा, “दिग्विजय राज्य के 10 साल मुख्यमंत्री रहे और उन्होंने यहां की सरकार राजाओं की तरह चलाई, वे आतंकवादियों का समर्थन करके कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रहे हैं।”
बिट्टा ने कहा, “ये (दिग्विजय) वे लोग हैं जो आतंकवादियों के समर्थन में खड़े हो जाते हैं, बाटला हाउस मुठभेड़ में पुलिस का अफसर शहीद हो गया था, मगर ऐसे (दिग्विजय) लोगों ने आतंकियों का समर्थन किया था, वह पुलिस अफसर किसी का पति, पिता व भाई था। भोपाल में भी जो जवान शहीद हुआ है वह भी किसी का पति, भाई और पिता है, मैं ऐसे परिवारों के दर्द को बेहतर तरीके से समझता हूं।”
इससे पहले बिट्टा ने गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। बिट्टा ने हाल ही में भोपाल में पुलिस द्वारा सिमी के विचाराधीन कैदियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की प्रशंसा की।
बिट्टा ने कहा कि पुलिस का मनोबल बढ़ाने के लिए सामाजिक संस्थाओं को आगे आना चाहिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि देश और जनता की सुरक्षा सवरेपरि है। उन्होंने कहा कि शहीदों की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए भोपाल में शौर्य स्मारक बनाया गया है।
गौरतलब है कि दिवाली की रात सिमी के आठ विचाराधीन कैदी प्रहरी रमाशंकर यादव की गला रेतकर हत्या कर फरार हो गए थे। फरार होने के आठ घंटे के भीतर को शहर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर पुलिस के संयुक्त दल ने आठों को मुठभेड़ में मार गिराया था। एक वीडियो में ये विचाराधीन कैदी निहत्थे दिख रहे हैं, इसलिए मुठभेड़ पर सवाल उठा रहा है।
नेशनल
पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।
स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,
एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ
कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी
डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।
On the move again, embarking on an exciting 4 nation book tour! 🇮🇳Looking forward to connecting with the vibrant Indian diaspora, celebrating India’s immense potential, and engaging in meaningful conversations. This journey is not just about a book; it’s about storytelling,… pic.twitter.com/dovNotUtOf
— Smriti Z Irani (@smritiirani) November 20, 2024
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