मुख्य समाचार
मप्र : कांग्रेस में बगावत, प्रदेश उपाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा
भोपाल| मध्य प्रदेश में नगरीय चुनावों में टिकट वितरण से नाराज कांग्रेस की प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष मानक अग्रवाल ने पद से इस्तीफा दे दिया है। अग्रवाल ने पार्टी के कई नेताओं को फर्जी बताया है। राज्य में नवंबर के अंत में नगरीय निकाय चुनाव होने वाले है। कांग्रेस ने कई दिनों की मशक्कत के बाद उम्मीदवारों के चयन का दावा किया था, लेकिन पार्टी के अंदर एक बड़े वर्ग में असंतोष है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मानक अग्रवाल भी इन्हीं में से हैं जिन्होंने गुरुवार को पद से इस्तीफा दे दिया है।
अग्रवाल का दावा है कि राज्य के भोपाल-होशंगाबाद संभाग में पार्टी के सक्रिय व चुनाव जीतने में सक्षम कार्यकर्ता की उपेक्षा करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी और महिला मोर्चा की अध्यक्ष शोभा ओझा के दवाब में उम्मीदवार चुने गए हैं।
अग्रवाल का आरोप है कि दिल्ली में बैठे दो नेताओं के दवाब में यहां टिकट बांटे गए हैं। इन नेताओं का जमीनी आधार नहीं है। सक्रिय कार्यकर्ताओं की उपेक्षा से परेशान होकर उन्होंने पद से इस्तीफा दिया है।
अग्रवाल ने पद से इस्तीफा तो दिया है, लेकिन उन्होंने पार्टी की सदस्यता नहीं छोड़ी है। उनका कहना है कि वह किसी दूसरी पार्टी में नहीं जाएंगे, घर में बैठना ज्यादा पसंद करेंगे, अपनी आगे की रणनीति का फैसला वे अपने समर्थकों से चर्चा के बाद करेंगे।
मुख्य समाचार
रिलायंस फाउंडेशन और यूएन इंडिया के सम्मेलन में तटीय आपदाओं पर विशेषज्ञों ने किया मंथन
भुवनेश्वर,| प्राकृतिक आपदाओं के दौरान त्वरित कार्रवाई को मजबूत करने के लिए रिलायंस फाउंडेशन और संयुक्त राष्ट्र (इंडिया) ने ओडिशा में एक सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन का विषय था ‘प्रारंभिक चेतावनी से त्वरित कार्रवाई – बहु आपदा, बहु हितधारक दृष्टिकोण: तटीय पारिस्थितिक तंत्र से सीख’, जिसमें विशेषज्ञों ने तटीय पारिस्थितिकी तंत्र की बारीकियों पर अपने अनुभव और सुझाव साझा किए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ओडिशा के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री श्री सुरेश पुजारी ने कहा, “हम प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली को मजबूत करने के लिए एकजुट होकर काम कर रहे हैं। ओडिशा सरकार विभिन्न हितधारकों के साथ मिलकर प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को कम करने का प्रयास कर रही है।”
रिलायंस फाउंडेशन के सीईओ श्री जगन्नाथ कुमार ने कहा, “जलवायु परिवर्तन के चलते बढ़ती आपदाओं के प्रभाव को कम करने के लिए सटीक चेतावनी की जरूरत है। हम समुदायों की सुरक्षा के लिए नई चेतावनी प्रणालियों को लागू कर रहे हैं।”
संयुक्त राष्ट्र के भारत में स्थानीय समन्वयक, श्री शोंबी शार्प ने कहा, “रिलायंस फाउंडेशन के साथ साझेदारी में संयुक्त राष्ट्र द्वारा आज आयोजित की गई बैठक डीआरआर पर बैठकों की श्रृंखला में पहली है। हम सरकार, सिविल सोसायटी और रिलायंस फाउंडेशन जैसे भागीदारों के साथ मिलकर सामुदायिक सुरक्षा को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं।”
सम्मेलन में विशेषज्ञों ने मौजूदा चेतावनी प्रणालियों की प्रभावशीलता और उन्हें और बेहतर बनाने के सुझावों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि त्वरित कार्रवाई के लिए मौसम संबंधी डेटा को सामाजिक-जनसांख्यिकीय जानकारी के साथ जोड़कर एकीकृत चेतावनी प्रणाली बनाई जा सकती है। प्रतिभागियों ने बालासोर और भद्रक जिलों में रिलायंस फाउंडेशन और यूएन इंडिया के कार्यों का अवलोकन भी किया। सम्मेलन का उद्देश्य जीवन और आजीविका की सुरक्षा के लिए बेहतर नीतिगत परिणामों पर कार्य करना है।
-
वीडियो1 day ago
बीच रोड पर हो गई स्कूली लड़कियों की भयंकर लड़ाई, देखें वीडियो
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
नाइजीरिया में पीएम मोदी का भव्य स्वागत, लोगों ने लगाए ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे
-
नेशनल2 days ago
दिल्ली के आसमान में छाई धुंध, AQI 400 के पार, लोगों को सांस लेने में हो रही मुश्किल
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
हिजबुल्लाह ने इजरायल के पीएम नेतन्याहू के घर पर किया रॉकेट से हमला, वीडियो आया सामने
-
नेशनल2 days ago
DRDO ने हाइपरसोनिक मिसाइल का किया सफल परीक्षण, 1500 किमी से अधिक दूरी तक ले जा सकती है पेलोड
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
आमजन को शीतलहर से बचाने में जुटी योगी सरकार, जनपदों को आवंटित किए 20 करोड़
-
नेशनल1 day ago
राहुल गांधी का पीएम मोदी पर निशाना, कहा- देश के प्रधानमंत्री मंच से झूठ बोलते हैं
-
नेशनल1 day ago
G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील पहुंचे पीएम मोदी