Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

मप्र : दलित महिला की अंत्येष्टि श्मशान में नहीं करने दी गई

Published

on

दलित

Loading

दलितमुरैना| मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में एक मृत दलित महिला के अंतिम संस्कार के लिए उसके परिवार वालों को श्मशान में जगह नहीं मिली, जिसके बाद उन्होंने घर के बाहर ही चिता सजाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। परिवार श्मशान की जमीन पर सवर्ण दबंगों के कब्जे बात कह रहा है, जबकि प्रशासन श्मशान पर दलितों के ही अवैध कब्जे की बात कह रहा है। यह घटना अंबाह कस्बे के करीब गढ़ी गांव की है, जहां के माहौर दलित समाज का बबलू अपने परिवार के साथ अहमदाबाद में काम करता था। वहां उसकी पत्नी पूजा (21) की सोमवार को बीमारी के चलते मौत हो गई। वह पत्नी का अंतिम संस्कार अपने ही गांव में करना चाहता था, लिहाजा शव को लेकर गढ़ी जा पहुंचा। मंगलवार को जब वह अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर श्मशान पहुंचा तो उसे बताया गया कि यहां सवर्ण दबंगों का कब्जा है और वह यहां पत्नी का अंतिम संस्कार नहीं कर सकता। बबलू व उसके परिवार ने तमाम कोशिशें कीं, पर उन्हें अनुमति नहीं मिली।

गांव के लोग बताते हैं कि बबलू को अंतिम संस्कार श्मशान में नहीं करने दिया गया। उसके पास अपनी कोई जमीन भी नहीं है, जहां वह पत्नी का अंतिम संस्कार कर पाता। लिहाजा उसने थक-हारकर बुधवार को अपने ही घर के बाहर चिता सजाई और पत्नी का अंतिम संस्कार कर दिया।

गांव के लोगों का कहना है कि श्मशान घाट की जमीन पर सवर्ण वर्ग के दबंगों ने कब्जा कर रखा है और वे उस जमीन पर खेती करने लगे हैं। इसके चलते गांव के लोगों को अंतिम संस्कार के लिए भटकना पड़ता है। जिन परिवारों के पास खेती की जमीन होती है, वे खेत में ही अंतिम संस्कार कर देते हैं, पर बबलू के साथ ऐसा नहीं था। लिहाजा उसने घर के बाहर ही पत्नी का अंतिम संस्कार किया।

वहीं, अंबाह के अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व (एसडीएम) डी. सी. सांघी ने गुरुवार को आईएएनएस से कहा कि गढ़ी गांव में माहौर समाज का श्मशान है और इसी समाज के कुछ लोगों ने इस पर कब्जा कर रखा है।

हालांकि उन्होंने यह नहीं माना कि बबलू की पत्नी का अंतिम संस्कार श्मशान में करने से रोका गया, पर यह स्वीकार किया कि घर के करीब के खाली स्थान में अंतिम संस्कार किया गया।

सांघी ने बताया कि बबलू को प्रशासन की ओर से 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है। श्मशान से अतिमक्रमण हटाए जाने की कार्रवाई की जा रही है।

IANS News

सीएम योगी ने देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट’, यूपी में टैक्स फ्री हुई फिल्म

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बहुचर्चित फ़िल्म ‘ द साबरमती रिपोर्ट’ देखी। फिल्म देखने के बाद सीएम योगी ने कहा कि मैं “द साबरमती रिपोर्ट” की पूरी टीम को बधाई देता हूं जिन्होंने इस वास्तविक सच को देश की जनता के सामने फिल्म के माध्यम से बाहर लाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि हर भारतवासी को “द साबरमती रिपोर्ट” फिल्म को देखनी चाहिए और गोधरा का सच के नजदीक जाने का प्रयास करना चाहिए। सीएम योगी ने फिल्म को उत्तर प्रदेश में टैक्स फ्री करने की घोषणा की।

सीएम योगी ने कहा देश के खिलाफ और सरकारों के खिलाफ राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने के लिए समाज में वैमनस्यता पैदा करने के लिए देश में जो कृत्य हुए हैं उसे देश की जनता को जानने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि जो राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं उन चेहरों को पहचानने के साथ-साथ उनका पर्दाफाश करने की भी आवश्यकता है। सीएम योगी ने कहा कि फिल्म की टीम ने सत्य उजाकर करने के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन किया है। फिल्म के माध्यम से वास्तविक सच को एक बड़े रूप में देश के सामने लाने का प्रयास किया गया है।

सीएम योगी ने कहा कि मामला अयोध्या से जुड़ा है, मैं घटना में मारे गए सभी राम भक्तों को श्रद्धांजलि देता हूं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के साहसिक कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए लोग इस सत्य को अधिक से अधिक देखें। सीएम योगी राज्य सरकार की ओर से ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म को टैक्स फ्री करने की घोषणा की।

इसके पहले सीएम योगी ने लखनऊ के प्लासियो मॉल के सिनेमाहॉल के ऑडी-07 में पूर्वाह्न 11:30 बजे के शो में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, महापौर सुषमा खर्कवाल, पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह सहित अनेक अनेक जनप्रतिनिधियों और शासन-प्रशासन के अधिकारियों के साथ फ़िल्म देखी। खास मौके पर फ़िल्म के मुख्य अभिनेता विक्रांत मैसी और फ़िल्म यूनिट से जुड़े लोगों की मौजूदगी रही। इससे पहले, बीते मंगलवार को विक्रांत मैसी ने सीएम योगी से भेंट की थी।

बता दें कि ‘द साबरमती रिपोर्ट’ एक सत्य घटना पर आधारित एक बॉलीवुड ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन रंजन चांडेल द्वारा किया गया है। फिल्म में विक्रांत मैसी, राशि खन्ना और रिद्धि डोगरा लीड रोल में हैं। यह फिल्म साल 2002 में हुई साबरमती एक्सप्रेस की दिल दहला देने वाली घटना से प्रेरित है। एकता कपूर इस फिल्म की निर्माता है। 15 नवंबर को रिलीज हुई इस फिल्म की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने भी तारीफ की है।

Continue Reading

Trending