Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

मुंबई हवाईअड्डे के ऊपर उड़ने वाली वस्तु गुब्बारे, 2 गिरफ्तार

Published

on

Loading

मुंबई| मुंबई पुलिस ने छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के ऊपर संदिग्ध वस्तुओं के उड़ने से संबंधित रहस्य की गुत्थी मंगलवार को सुलझा ली। हवाईअड्डे के ऊपर उड़ रही ये संदिग्ध वस्तुएं गुब्बारे थे, जिन्हें विज्ञापन की दृष्टि से छोड़ा गया था। इस संबंध में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। ये दोनों लोग एक आयोजन प्रबंधन (इवेंट मैनेजमेंट) कंपनी में कार्यरत हैं और इन पर शनिवार शाम को मुंबई हवाईअड्डे पर कम से कम चार से पांच गुब्बारे छोड़ने का आरोप है। इन वस्तुओं के देखे जाने के बाद संशय का माहौल बन गया था। जेट एयरवेज के पायलट ने उड़ान भरने से पूर्व सबसे पहले इन्हें देखा और प्रशासन को इसकी सूचना दी।

पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमने इन लोगों के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया है। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं कि क्या अति सुरक्षा क्षेत्र में इन गुब्बारों को छोड़ने के लिए उचित अनुमति मिली थी।”

गौरतलब है कि इन गुब्बारों को अज्ञात उड़न तश्तरियां (यूएफओ) समझ लिया गया था, जिसके बाद कई सुरक्षा एजेंसियों ने इसकी जांच शुरू कर दी थी। इन गुब्बारों को हीरा निर्यात कंपनी ने विज्ञापन रणनीति के तहत छोड़ा था।

मुंबई के छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर शनिवार की शाम संदिग्ध वस्तुएं छोड़े जाने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये संदिग्ध वस्तुएं वास्तव में हीलियम गुब्बारे थे, जिन्हें विज्ञापन की दृष्टि से छोड़ा गया था। एक शीर्ष मुंबई पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त देवेन भारती ने आईएएनएस को बताया, “हमने कुणाल शाह और नीलेश श्रीमनकर नामक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन्हें आज (मंगलवार) अंधेरी अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। इन्हें जमानत पर छोड़ दिया जाएगा, क्योंकि ये मामूली अपराध है।”

आयोजन प्रबंधन (इवेंट मैनेजमेंट) कंपनी में कार्यरत इन लोगों ने शनिवार शाम को मुंबई हवाईअड्डे पर कम से कम चार से पांच गुब्बारे छोड़े थे, इन वस्तुओं के देखे जाने के बाद संशय का माहौल बन गया था। जेट एयरवेज के पायलट ने उड़ान भरने से पूर्व सबसे पहले इन्हें देखा और प्रशासन को इसकी सूचना दी।

पुलिस अधिकारी ने इससे पहले कहा था, “हमने इन लोगों के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया है। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं कि क्या अति सुरक्षा वाले क्षेत्र में इन गुब्बारों को छोड़ने के लिए उचित अनुमति मिली थी।”

गौरतलब है कि इन गुब्बारों को अज्ञात उड़न तश्तरियां (यूएफओ) समझ लिया गया था, जिसके बाद कई सुरक्षा एजेंसियों ने इसकी जांच शुरू कर दी थी। इन गुब्बारों को विज्ञापन रणनीति के तहत सूरत की हीरा निर्यात कंपनी धर्मानंदन डायमंड्स प्रा. लि की ओर से छोड़ा गया था।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

Published

on

By

Loading

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

Continue Reading

Trending