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प्रादेशिक

यूं बढ़ेगा पहाड़ी मैना का कुनबा

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रायपुर| छत्तीसगढ़ के राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना की प्रजाति को बचाने और वंशवृद्धि के लिए वन विभाग अब नए सिरे से शोध करेगा। विभाग जगदलपुर वन विद्यालय में रखे पहाड़ी मैना को कांगेर घाटी में शिफ्ट करने की योजना भी बना रहा है। राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (एसएफआरटीआई) को इसके लिए कार्ययोजना बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। एसएफआरटीआई रिसर्च के लिए रिसर्च स्कॉलर के साथ ही देश-विदेश के पक्षी विशेषज्ञों की मदद लेगी।

एपीसीसीएफ (वन्यप्राणी) के.सी. बेबार्ता का कहना है कि पहाड़ी मैना बहुत ही संवेदनशील पक्षी है। जगदलपुर वन विद्यालय में इसी वंशवृद्धि की कोशिश की जा रही थी, लेकिन रेलवे स्टेशन और शहर इलाका होने वजह से वंशवृद्धि नहीं हो सकी। विद्यालय में रखे गए पहाड़ी मैना नर हैं या मादा, इसकी भी पहचान नहीं हो सकी। यही वजह है कि अब इसे शांत इलाके में रखकर नए सिरे से रिसर्च करने की योजना बनाई जा रही है।

मनुष्य की तरह आवाज निकालने वाली राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना की वंशवृद्धि के लिए जगदलपुर वन विद्यालय में छह पहाड़ी मैना पर रिसर्च शुरू किया गया। इस पर करीब 20 लाख से अधिक खर्च हो गए, लेकिन वंशवृद्धि नहीं हुई। वन विभाग यह भी पता नहीं लगा सका कि वहां रखे पहाड़ी मैना नर हैं या मादा। वन विभाग अब नए सिरे से इसके संरक्षण और संवर्धन की योजना बना रहा है।

विभागीय सूत्रों के मुताबिक, कांगेरघाटी में बड़ी संख्या में पहाड़ी मैना होने की सूचना वन विभाग को मिली है। इसीलिए इस क्षेत्र के कुछ पहाड़ी मैना को पकड़कर नए सिरे से रिसर्च किया जाएगा।

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झारखण्ड

झारखंड : मारा गया 15 लाख का इनामी नक्सली छोटू खरवार, आपसी लड़ाई में गई जान

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रांची। झारखंड में 15 लाख के इनामी नक्सली छोटू खरवार की हत्या हो गई है। छोटू खरवार की मौत आपसी लड़ाई में हुई है। पलामू डीआईजी वाई एस रमेश ने आज इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि आपसी विवाद में माओवादी छोटू खरवार की हत्या हुई है। हालांकि पुलिस द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है।

झारखंड के नक्सली छोटू खरवार को झारखंड का सबसे बड़ा नक्सली कहा जाता है। जिसके ऊपर 15 लाख का इनाम रखा गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, छोटू खरवार की हत्या आपसी लड़ाई में की गई है। हत्या को अंजाम छिपादोहर थाना क्षेत्र के भीमपांव जंगल पास दिया गया है। हालांकि अभी तक हत्या का सही कारण सामने नहीं आया है, इसकी जांच पुलिस कर रही है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से माओवादियों के बीच आपसी रंजिश की खबरें सामने आईं। इसी रंजिश का समझौता करने के लिए माओवादी नक्सली भीमपाव जंगल में जमा हुए थे। समझौते के दौरान ही सभी माओवादी एक दूसरे से भिड़ गए। इसी बीच एक माओवादी ने गोली चलाई, जो छोटू खरवार को लगी। घटना के बाद छोटू खरवार के शव को छोड़कर सभी लोग जंगल से फरार हो गए। पलामू डीआईजी वाई एस रमेश ने पुष्टि करते हुए कहा कि जंगल में उनको एक बॉडी मिली जो छोटू खरवार की है।

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