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यूरोपीय संघ, इटली व डेनमार्क के लिए नए राजदूतों के नामों का ऐलान

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नई दिल्ली, 14 जून (आईएएनएस)| भारत ने यूरोपीय संघ (ईयू), इटली और डेनमार्क के लिए नए राजदूतों के नामों की घोषणा की है। राष्ट्रपति सचिवालय की संयुक्त सचिव व 1986 बैच की आईएफएस अधिकारी गायत्री इस्सर कुमार मंगलवार को बेल्जियम और यूरोपीय संघ के लिए भारत की राजदूत नियुक्त की गईं। बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में ईयू का मुख्यालय भी है।

यह नियुक्ति भारत के यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार को लेकर चल रही बातचीत के महत्व को भी दर्शाती है।

रीनत संधू को मंगलवार को इटली के लिए भारत के नए राजदूत के तौर पर नियुक्त किया गया। 1989 बैच की आईएफएस अफसर संधू ने अनिल वाधवा की जगह ली है, जो इस साल सेवानिवृत हो रहे हैं।

विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव अजीत विनायक गुप्ते डेनमार्क के लिए भारत के राजदूत नियुक्त हुए हैं। 1991 बैच के आईएफएस अधिकारी विनायक, राजीव शहारे की जगह यह पद संभालेंगे।

इससे पहले इस महीने की शुरुआत में पेरिस में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) में भारत की स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत रहीं रुचिराज कंबोज को भारत के लिए दक्षिण अफ्रीका का नया उच्चायुक्त नामित किया गया था।

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नेशनल

‘बाल विवाह मुक्त भारत’ का शुभारंभ

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नई दिल्ली। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी आज बुधवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय अभियान ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ का शुभारंभ करेंगी। इस दौरान ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ पोर्टल का अनावरण भी किया जाएगा। यह जानकारी कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) की विज्ञप्ति में दी गई।

बाल विवाह के खिलाफ ली जाएगी सामूहिक शपथ

पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बाल विवाह की रोकथाम के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और बाल विवाह की घटनाओं की प्रभावी रिपोर्टिंग के अभियान के मिशन का समर्थन करेगा। अन्नपूर्णा देवी बाल विवाह के खिलाफ सामूहिक शपथ का भी नेतृत्व करेंगी। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर भी उपस्थित रहेंगी।

पीएम मोदी का सपना ‘बाल विवाह मुक्त’ देश हो अपना

यह राष्ट्रीय अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 22 जनवरी, 2015 को शुरू की गई प्रमुख योजना ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की सफलता से प्रेरित है। यह अभियान देश को बाल विवाह मुक्त बनाने पर केंद्रित है। यह अभियान विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए लड़कियों और महिलाओं के बीच शिक्षा, कौशल, उद्यम और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए अनिवार्य साबित होगा।

जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि बाल विवाह बच्चों के संवैधानिक अधिकारों का हनन है। आज के इस कार्यक्रम में विभिन्न गाँवों और टोलों से महिलाएँ आई हुई हैं। बल विवाह जैसी घटनाओं को रोकने के लिए 24×7 हेल्पलाइन नंबर 1098 सक्रिय है, आप जरूर रिपोर्ट करें, आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

उक्त पदाधिकारियों ने स्कूली बच्चों, महिलाओं और पंचायत प्रतिनिधियों व अन्य को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई। उल्लेखनीय है कि उक्त कार्यक्रम के अलावे जिले में विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रमों एवं रैलियों का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों, पंचायत प्रतिनिधियों, आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, बाल विवाह निषेध अधिकारी एवं बाल विवाह पीड़िताओं ने भाग लिया और बाल विवाह के खिलाफ शपथ ली।

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