नेशनल
राजस्थान उपचुनाव में 40 फीसदी मतदान
जयपुर, 29 जनवरी (आईएएनएस)| राजस्थान में सोमवार को अलवर और अजमेर लोकसभा सीटों और मंडलगढ़ विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में देर अपराह्न तक 40 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। जानकारी के मुताबिक, केकड़ी गांव में ईवीएम मशीन में तकनीकी गड़बड़ी के कारण कुछ देर के लिए मतदान बाधित हुआ।
केलादी के मांडा गांव में ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया और इसलिए मतदान केंद्र खाली रहे। ग्रामीणों ने पर्याप्त रूप से जलापूर्ति नहीं होने के चलते विरोध किया और उनके गांव की सड़कें भी खस्ताहाल हैं, जिसके चलते उन लोगों ने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया।
अलवर में घने कोहरे के चलते मतदान के शुरुआती घंटों में कम लोग घरों से निकले, लेकिन सुबह 9.30 बजे के बाद इसमें तेजी आई। तीनों निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान में तेजी देखी गई, क्योंकि बड़ी मात्रा में लोग मत डालने के लिए उमड़े।
चुनाव परिणाम एक फरवरी को घोषित होगा।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, तीनों निर्वाचन क्षेत्रों में 4,194 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
इन उपचुनावों में करीब 39 लाख मतदाता मतदान के पात्र हैं। अलवर में कुल 18.27 लाख मतदाता, अजमेर में 18.43 लाख मतदाता और मंडलगढ़ में 2.31 लाख मतदाता हैं।
पहली बार उम्मीदवारों की तस्वीरों वाले ईवीएम उपलब्ध करवाए गए हैं, ताकि मतदाताओं को एक ही नाम के उम्मीदवारों को लेकर किसी प्रकार का भ्रम नहीं हो।
अलवर के कुल 11 उम्मीदवार, अजमेर के 23 और मंडलगढ़ के आठ उम्मीदवार मैदान में हैं।
जैसा कि राजपूत समुदाय ने खुलकर कांग्रेस को तीनों सीटों पर समर्थन देने की बात कही है, ऐसे में ये उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के लिए अग्निपरीक्षा की तरह है।
इन उपचुनावों में जातीय समीकरण भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। अलवर में दो यादव उम्मीदवार, अजमेर और मंडलगढ़ में क्रमश: जाट और ब्राह्मण उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं।
ये तीनों सीटें भाजपा के पास थीं, और सांसदों और विधायक के निधन के कारण यहां उपचुनाव कराने पड़े हैं। अजमेर के सांसद सांवर लाल जाट का पिछले साल नौ अगस्त को देहांत हो गया था, जबकि अलवर के सांसद महंत चंद नाथ का 17 सितंबर को देहांत हो गया था। वहीं, भाजपा की मंडलगढ़ क्षेत्र की विधायक कीर्ति कुमारी का स्वाइन फ्लू के चलते 28 अगस्त को निधन हो गया था।
मतदान सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए अजमेर में 6,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किया गए हैं, जबकि अलवर में 5,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
नेशनल
दिल्ली की खराब एयर क्वालिटी को देखते हुए सीएम आतिशी ने लिया बड़ा फैसला
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सभी प्राथमिक विद्यालय खराब (AQI ) के कारण बंद कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री आतिशी ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने इस संबंध में ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण सभी प्राइमरी स्कूलों में ऑनलाइन क्लास होगी। छात्र-छात्राओं को स्कूल नहीं जाना होगा। अगले निर्देश तक दिल्ली के प्राइमरी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी।
क्या बताया सीएम आतिशी ने कारण ?
राष्ट्रीय राजधानी की एयर क्वालिटी लगातार दूसरे दिन भी ‘गंभीर’ श्रेणी में रही, जिसके चलते अधिकारियों को पॉल्यूशन रोकने के लिए कड़े कदम उठाने पड़े। प्रतिबंध आज शुक्रवार से लागू हो रहे हैं। शिक्षा विभाग का कार्यभार भी संभाल रहीं सीएम आतिशी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “बढ़ते प्रदूषण स्तर के कारण, दिल्ली के सभी प्राइमरी स्कूल अगले निर्देश तक ऑनलाइन कक्षाओं में चलाए जाएंगे।”
इसके मद्देनजर शिक्षा निदेशालय (DoE) ने सभी सरकारी, प्राइवेट, दिल्ली नगर निगम और नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के स्कूलों के प्रिंसिपल को निर्देश दिया है कि 5वीं तक के बच्चों को स्कूल में नहीं बुलाएं, डीओई ने कहा कि अगले आदेश तक इनके लिए ऑनलाइन क्लास के व्यवस्था की जाए।
-
फैशन3 days ago
बालों को काला-घना और मजबूत बनाने के लिए अपनाएं यह आसान उपाय
-
क्रिकेट3 days ago
पाकिस्तान क्यों नहीं आ रहे आप, पाकिस्तानी फैन ने सूर्य कुमार यादव से पूछा सवाल, मिला मजेदार जवाब
-
नेशनल3 days ago
उद्धव ठाकरे का बैग चेक करने पर बोला चुनाव आयोग- SOP के तहत हुई चेकिंग, नियम सबके लिए समान
-
पंजाब21 hours ago
भगवंत मान ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- गिद्दड़बाहा के विकास के कुछ नहीं किया
-
अन्य राज्य2 days ago
सोशल मीडिया पर हवाबाजी करने के लिए युवकों ने रेलवे ट्रैक पर उतारी थार, सामने से आ गई मालगाड़ी
-
खेल-कूद2 days ago
ICC वनडे रैंकिंग में नंबर एक गेंदबाज बने शाहीन अफरीदी, राशिद खान दूसरे नंबर पर
-
नेशनल2 days ago
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मुस्लिम आरक्षण को लेकर कही बड़ी बात
-
नेशनल2 days ago
चेन्नई के अस्पताल में मरीज के बेटे ने डॉक्टर पर चाकू से किया ताबड़तोड़ हमला, हालत गंभीर