Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

राज्यसभा में फिर उठा अलगाववादियों की रिहाई का मुद्दा

Published

on

जम्मू-कश्मीर,नई-दिल्ली,राज्यसभा,सपा,नरेश-अग्रवाल,भाजपा,पी-जे-कुरियन,राज्यपाल,अरुण-जेटली

Loading

नई दिल्ली | जम्मू एवं कश्मीर में अलगाववादियों की रिहाई का मुद्दा मंगलवार को एक बार फिर राज्यसभा में जोरशोर से उठाया गया। सदस्यों ने मीडिया रपटों के हवाले से कहा कि अभी 800 और अलगाववादियों की रिहाई होनी है। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता नरेश अग्रवाल ने राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा, “ऐसी खबरें हैं कि 800 और अलगाववादियों को रिहा किया जा रहा है। अलगाववादियों की रिहाई के मामले में सरकार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थन हासिल है। क्या वे फिर से कश्मीर में शांति भंग करना चाहते हैं।”

उपसभापति पी.जे. कुरियन ने कहा कि इस मुद्दे पर पहले ही चर्चा हो चुकी है और अगर सदस्य चाहते तो वे एक और बहस के लिए नोटिस दे सकते हैं। विपक्षी सदस्य अलगाववादियों की रिहाई के मुद्दे को सदन में उठाते रहे और सदन में हंगामा करते रहे। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने मीडिया रपट के हवाले से कहा कि अलगाववादियों की रिहाई के आदेशों पर जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल के हस्ताक्षर हैं। शुक्ला ने सवाल उठाया, “मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि रिहाई के आदेश राष्ट्रपति शासन के दौरान राज्यपाल ने दिए थे। सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या सदन को गुमराह किया गया है? क्या रिहाई का आदेश राज्यपाल ने दिया?”

विपक्षी सदस्यों के सवालों के जवाब में सदन के नेता अरुण जेटली ने कहा कि अगर सदस्य कोई विशेष जानकारी मांगते हैं, तो सरकार उपलब्ध करा सकती है। जेटली ने कहा, “कल (सोमवार) एक अलगाववादी को लेकर सदन में मामला उठाया गया था। गृहमंत्री ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें मीडिया की रपट पर कुछ संदेह है और सरकार ने स्पष्टीकरण मांगा है।” उल्लेखनीय है कि जम्मू एवं कश्मीर में अलगाववादी नेता मसरत आलम की रिहाई का मुद्दा सोमवार को संसद के दोनों में उठाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में एक बयान देते हुए कहा था कि इस रिहाई के बारे में केंद्र सरकार से विचार-विमर्श नहीं किया गया था।

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार देगा डोमिनिका, कोरोना के समय भेजी थी 70 हजार वैक्सीन

Published

on

Loading

डोमिनिका। कैरेबियाई देश डोमिनिका भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार- ‘डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित करेगा। भारतीय प्रधानमंत्री को कोविड-19 महामारी के दौरान डोमिनिका की मदद करने के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है।भारत ने फरवरी 2021 में डोमिनिका को एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन के 70 हजार डोज भेजे थे। यह वैक्सीन डोमिनिका और उसके पड़ोसी अन्य कैरेबियाई देशों के काम आई थी। भारतीय प्रधानमंत्री के डोमिनिका के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में सहयोग के लिए यह अवॉर्ड दिया जा रहा है।

डोमिनिका के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन भारत-कैरिबियन समुदाय (कैरिकॉम) शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी को डोमिनिका सम्मान से सम्मानित करेंगी। डोमिनिका के पीएम ऑफिस के आधिकारिक बयान में कहा गया, “फरवरी 2021 में, प्रधानमंत्री मोदी ने डोमिनिका को एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन की 70,000 खुराकें उपलब्ध कराईं। एक उदार उपहार जिसने डोमिनिका को अपने कैरेबियाई पड़ोसियों को सहायता प्रदान करने में सक्षम बनाया।” इसमें कहा गया कि यह पुरस्कार पीएम मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी में डोमिनिका के लिए भारत के समर्थन को मान्यता देता है।

बयान में कहा गया कि पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन और भू-राजनीतिक संघर्ष जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने में सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए पुरस्कार की पेशकश स्वीकार की। इसके मुताबिक पीएम मोदी ने इन मुद्दों को हल करने में डोमिनिका और कैरिबियन के साथ काम करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई देशों द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया है। ये सम्मान प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और दूरदर्शिता का प्रतिबिंब हैं, जिसने वैश्विक मंच पर भारत के उदय को मजबूत किया है। यह दुनिया भर के देशों के साथ भारत के बढ़ते संबंधों को भी दर्शातें हैं।

 

Continue Reading

Trending