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बिजनेस

रेमंड व द वूलमार्क ने की ‘खादी वूल’ की पेशकश

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नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)| राष्ट्रीय राजधानी में स्थित ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग में एक विशेष समारोह के दौरान रेमंड और द वूलमार्क ने साथ मिलकर ‘खादी वूल’ की पेशकश की। रेमंड की विशुद्ध वूल एवं वूल मिश्रित फैब्रिक की यह विशिष्ट श्रृंखला बेहतरीन डिजाइनों की पेशकश करती है। रेमंड लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक गौतम हरी सिंहानिया ने कहा, केवीआईसी के साथ जुड़कर हम रेमंड के माध्यम से खादी को भारत के गांवों से लेकर अंतर्राष्ट्रीय फैशन रैंप तक ले जा रहे हैं। यह एक ऐसा कदम है, जिससे ग्रामीण भारत में कारीगर सशक्त होंगे। इस पहल को आगे ले जाते हुए हम ऑस्ट्रेलिया की वूलमार्क कंपनी से सहयोग कर रहे हैं, ताकि खादी व ऊन मिश्रित परिधानों की उत्कृष्ट श्रंखला पेश कर सकें।

द वूलमार्क की कंट्री मैनेजर आरती गुदाल ने बताया, रेमंड के साथ मिलकर जो खादी-वूल कलेक्शन विकसित किया गया है, वह उन्नत नवीनता और सहूलियत को दर्शाता है तथा यह ऑस्ट्रेलिया में हमारी उन्नति का भी एक हिस्सा है। भारत में मरीनो ऊन की असीमित संभावनाओं को सफलतापूर्वक खोजने का यह मेड इन इंडिया का प्रयास है। बायोडिग्रेडेबल प्रॉपरायटरीज के साथ इको-फ्रेंडली फाइबर के तौर पर, मरीनो वूल एक परफेक्ट संकलन है जोकि इसे एक आधुनिक उत्पाद बनाता है और हमें भारत में नवाचार के इसके चरण में अग्रणी बनकर गर्व महसूस हो रहा है।

समारोह का आयोजन गुरुवार को देर रात ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग में किया गया था।

भारत में कार्यकारी ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त क्रिस एल्सटोफ्ट ने कहा, ‘आर्थिक और फैशन कूटनीति के जरिए हम ऑस्ट्रेलियाई फैशन उद्योग का विश्व भर में प्रचार-प्रसार करते हैं। इसमें ऑस्ट्रेलियाई मरीनो वूल जैसे हमारे कच्चे माल भी हैं। फैशन हमारे देशों और उनकी संस्कृतियों को आपस में जोड़ता है और यह दोनों देशों में रोजगार भी पैदा करता है। हमारी महत्वाकांक्षा है कि ‘ऑस्ट्रेलिया में विकास करो’ और ‘भारत में बनाओ’ तथा इसके बाद दुनिया भर में भेजो।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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