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अन्तर्राष्ट्रीय

लंदन : विरोध प्रदर्शन में 6 पुलिस अधिकारी घायल

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लंदन, 26 जून (आईएएनएस)| लंदन में एक व्यक्ति को पुलिस अधिकारियों द्वारा रोके जाने के बाद उसकी मौत को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में छह पुलिस अधिकारी घायल हो गए और चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

बीबीसी के मुताबिक, रविवार रात को लंदन में स्ट्रैटफॉर्ड बस स्टेशन और फॉरेस्ट गेट पुलिस स्टेशन के बाहर ईंटें फेंकी गईं और आग लगाई गई।

प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने इस महीने एडिर फ्रेडरिको डा कोस्टा (25) को ‘बेरहमी से पीटा’ था।

डा कोस्टा की छह दिनों बाद 21 जून को मौत हो गई थी।

इंडिपेंडेंट पुलिस कंप्लेंट कमिशन (आईपीसीसी) ने कहा कि गुरुवार को किए गए कोस्टा के प्राथमिक पोस्टमॉर्टम जांच की रिपोर्ट में पुलिस द्वारा उसकी रीढ़ की हड्डी पर चोट पहुंचाए जाने के निशान नहीं पाए गए।

बीबीसी के मुताबिक, आईपीसीसी मेट्रोपोलिटन पुलिस द्वारा कराए गए डा कोस्टा के इलाज की जांच कर रही है।

इससे पहले रविवार शाम को बोरो (प्रशासनिक प्रखंड) कमांडर इयान लार्नडर ने प्रदर्शनकारियों के बीच खड़े होकर उनके प्रश्नों के उत्तर देने और तनाव कम करने की कोशिश की।

तभी एक प्रदर्शनकारी अपनी मोटरसाइकिल पुलिसकर्मियों की ओर ले आया और अधिकारियों के समक्ष लाकर उसका इंजन तेज कर दिया। एक अन्य मोटरसाइकिल सवार ने अपनी बाइक अधिकारियों की ओर घुमाकर उनकी ओर बाइक का धुंआ छोड़ा।

दमकल कर्मियों ने रिचमंड रोड पर एक कूड़े के डिब्बे में लगाई गई आग बुझाई। रोमफोर्ड रोड पर भी मैकडोनाल्ड के एक रेस्तरां के पास कूड़े के डिब्बों में आग लगा दी गई थी।

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अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात

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नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।

मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।

 

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