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लाखों की सुपर बाइक, 50 हजार का हेलमेट और रोड एक्सीडेंट में हुई मौत

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सुपर बाइक और हाई सिक्योरिटी फीचर का दावा करने वाला हेलमेट किस कदर जानलेवा साबित हो सकता है, इसका नजारा जयपुर में देखने को मिला।

सिटी के जेएलएन मार्ग पर बुधवार देर रात वर्ल्ड ट्रेड पार्क के सामने राहगीर को बचाने के चक्कर में एक सुपर बाइक स्लिप हो गई। हादसे में तीन युवक गंभीर घायल हो गए। राहगीरों की मदद से तीनों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने एक युवक को मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान बाइकर रोहित शेखावत के रूप में हुई है।

बताया जा रहा है कि रोहित शेखावत की सुपर बाइक 17 लाख की थी। कुछ मीडिया रिपोट्स में उसे 22 लाख का बताया जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि रोहित ने जो हेलमेट पहन रखा था उसकी कीमत 50 हजार रुपए बताई जा रही है।

जानकारी के मुताबिक हादसे के बाद 50 हजार का हेलमेट किसी से खुला ही नहीं और रोहित की जान निकल गई। दरअसल रोहित को सिर में गंभीर चोट आई थी, जिसके कारण उनके सिर से खून लगातार निकलता रहा। जब रोहित को अस्पताल पहुंचाया गया तो उनका हेलमेट काटकर निकाला गया। डॉक्टरों के मुताबिक रोहित के फेफड़ों में खून जम गया था जिससे उसका ब्रेन हैमरेज हो गया। हादसे में बाइक की चपेट में आए अखिलेश की हालत गंभीर है और उसका इलाज एसएमएस अस्पताल किया जा रहा है। अखिलेश के परिजनों ने बाइक सवार के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

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बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

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चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

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