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नेशनल

व्यापमं की निष्पक्ष जांच के लिए पद छोड़ें शिवराज : माकपा

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नई दिल्ली | मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने गुरुवार को कहा कि मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की निष्पक्ष जांच की खातिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस्तीफा दे देना चाहिए। माकपा की पत्रिका ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ के संपादकीय लेख में कहा गया है कि इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा की जा रही किसी भी जांच की निगरानी सर्वोच्च न्यायालय को करनी चाहिए, ताकि नरेंद्र मोदी सरकार जांच में किसी प्रकार का हस्तक्षेप न कर सके।

माकपा ने कहा, “सीबीआई जांच की निगरानी सर्वोच्च न्यायालय को करनी चाहिए, नहीं तो केंद्र की भाजपा सरकार सीबीआई जांच में हस्तक्षेप कर सकती है।” लेख के मुताबिक, “यह जरूरी है कि निष्पक्ष ढंग से जांच के लिए शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, ताकि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके।” माकपा ने कहा, “उनका रवैया देखकर ऐसा नहीं लगता कि उनके मुख्यमंत्री रहते जांच निष्पक्ष ढंग से हो पाएगी।” भाजपा शासन में व्यापमं घोटाले के फलने-फूलने का आरोप लगाते हुए माकपा ने कहा कि इससे भाजपा व प्रदेश में उसकी सरकार की छवि बुरी तरह धूमिल हुई है।

माकपा ने कहा, “मोदी सरकार ऐसे वक्त में यह नाटक नहीं कर सकती कि यह सामान्य घटना है, जब सत्तारूढ़ पार्टी और इसके कई केंद्रीय मंत्री व राज्यों के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार व भाई-भतीजावाद में संलिप्त हों।” लेख में इस घोटाले को ‘खूनी घोटाला’ करार देते हुए कहा गया है कि घोटाले के 24 आरोपियों की अस्वाभाविक मौत हो चुकी है, जबकि 22 अन्य की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हुई है। कुल मिलाकर मामले में 46 मौतें हो चुकी हैं।

जम्मू-कश्मीर

आतंकी यासीन मलिक की पत्नी मुशाल मलिक ने राहुल गाँधी को लिखा पत्र, जेल में बंद किए जाने का मामला संसद में उठाएं

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नई दिल्ली। वायुसैनिकों की हत्या और आतंक के मामले में जेल में बंद JKLF के आतंकी सरगना यासीन मलिक की पत्नी मुशाल मलिक ने कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी को पत्र लिखा है। मुशाल मलिक ने राहुल गाँधी से अपील की है कि वह आतंकी यासीन के जेल में बंद किए जाने को संसद में उठाएँ।

मुशाल मलिक ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार मलिक पर ज्यादती कर रही है। मुशाल मलिक ने राहुल गाँधी से अपना राजनीतिक प्रभाव उपयोग करने की अपील की है। मुशाल ने कहा है कि राहुल गाँधी के मुद्दा उठाने के बाद यासीन मलिक कश्मीर में शान्ति ला सकता है।

गौरतलब है कि मुशाल मलिक पाकिस्तान की सरकार में सलाहकार रह चुकी है। यासीन मलिक UPA सरकार के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ दिखता था और गांधीवाद पर बात करता था। वर्तमान में वह वायुसैनिकों की हत्या समेत टेरर फंडिंग और बाकी मामलों में जेल में बंद है।

कोर्ट ने मलिक को दी है उम्रकैद की सजा

2022 में एक निचली अदालत ने यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। मुशाल ने चिट्ठी में लिखा, ‘मलिक जेल में अमानवीय व्यवहार के विरोध में 2 नवंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर है। यह भूख हड़ताल मलिक के स्वास्थ्य पर और खतरनाक असर डालेगी। यह उस शख्स के जीवन को खतरे में डाल देगी, जिसने हथियार छोड़कर अहिंसा की राह पर चलने का विकल्प चुना है।’ मुशाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी की सरकार 2019 से मलिक को ‘सभी अकल्पनीय तरीकों से’ प्रताड़ित कर रही है।

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