खेल-कूद
साड़ी में अपने ही गिनीज रिकॉर्ड को चुनौती देंगी जयंती (साक्षात्कार)
नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)| महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपनी क्षमता को साबित करने का दम दिखा रही हैं, फिर चाहे वह एक पैर से एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा लहराना हो या पुरुषों के कंधों से कंधा मिलाकर देश की सीमा की सुरक्षा करना।
रविवार को मुंबई में आयोजित होने वाली टाटा मुंबई मैराथन में भी 40,000 से अधिक लोगों के बीच 9 मीटर की साड़ी पहने एक महिला अपने ही गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड को चुनौती देने उतरेगी।
हैदराबाद की रहने वाली जयंती संपथकुमार को ऐसा ही करते देखा जाएगा। वह पहली बार साड़ी में मैराथन नहीं दौड़ रही हैं। हैदराबाद में पिछले साल आयोजित हुई एयरटेल हैदराबाद मैराथन में ऐसा कारनामा कर चुकी हैं और इसी मैराथन में उन्होंने गिनीज रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया था।
एयरटेल हैदराबाद मैराथन की 42 किलोमीटर मैराथन को जयंती ने चार घंटे 57 मिनट और 44 सेकेंड में पूरा किया था। वह ऐसा करने वाली विश्व की पहली महिला हैं।
टाटा मुंबई मैराथन में भी रविवार को ऐसा नजारा देखने को मिलेगा। जब एक महिला नौ मीटर की साड़ी पहने हजारों की भीड़ में महिला सशक्तिकरण का साक्षात उदाहरण बनकर दौड़ेंगी।
जयंती ने आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में कहा, मैं टाटा मुंबई मैराथन में 40 किलोमीटर की फुल मैराथन में हिस्सा लूंगी और इस बार मेरा लक्ष्य इस मैराथन को साढ़े चार घंटे में पूरा करना है। यह आसान नहीं होगा, लेकिन मैंने लक्ष्य बना लिया है और इसे पूरा करने की मैं हर कोशिश करूंगी।
हैदराबाद में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में आईटी प्रबंधक के रूप में काम कर रहीं जयंती ने कहा, मैं इस मैराथन में हथकरघा कला का प्रचार करूंगी। मैंने यह हैदराबाद मैराथन में भी किया था। मैं हथकरघा से बनी साड़ियां ही पहनती हूं और आज के समय में लुप्त होती इस कला को बढ़ावा देने के लिए मैं इसका प्रचार करूंगी।
जयंती ने नौ साल पहले दौड़ना शुरू किया था। उनके लिए यह सब करना आसान नहीं था, लेकिन अपने लक्ष्य को पूरा करने की ठान चुकी जयंती ने पीछे हटने से मना कर दिया।
उनके इस सफर में उन्हें उनके पति और बच्चों के साथ-साथ माता-पिता का समर्थन भी मिला। 44 वर्षीया जयंती ने पांच किलोमीटर से दौड़ना शुरू किया था। अखबार में बिजनेस सूट में मैराथन दौड़ने वाले इंसान की खबर पढ़कर उन्होंने ठान लिया कि अगर वह ऐसा कर सकता है, तो साड़ी में दौड़ना असंभव नहीं।
यहां से जयंती के लक्ष्य की शुरुआत हुई। अपनी दोस्त की मदद से उन्होंने नौ मीटर की साड़ी पहनकर दौड़ना सही समझा। उन्होंने जूतों में नहीं, बल्कि चप्पलों में हैदराबाद मैराथन में हिस्सा लिया। 2015 में उन्होंने हैदराबाद में 10 किलोमीटर मैराथन में हिस्सा लिया। इसके बाद जनवरी, 2016 से उन्होंने फुल मैराथन में दौड़ने का फैसला किया।
इसी साल उन्होंने हैदराबाद मैराथन में अपने लक्ष्य को हासिल किया और गिनीज रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाया। मुंबई मैराथन में इस रिकॉर्ड को चुनौती देने के अलावा जयंती प्लास्किट बैगों का इस्तेमाल न करने के संदेश को भी दर्शाएंगी।
जयंती ने कहा, मैं हथकरघा कला के अलावा टाटा मुंबई मैराथन में प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल को खत्म करने का संदेश भी दूंगी। मैं पिछले आठ साल से इस उद्देश्य की ओर काम कर रही हूं। सभी जानते हैं कि इससे पर्यावरण को नुकसान होगा और ऐसे में इस ओर उठाया गया एक कदम पर्यावरण की सुरक्षा में अहम योगदान दे सकता है।
जयंती अपने रोजमर्रा के जीवन में भी साड़ी ही पहनती हैं। कोर्पोरेट कंपनी में बड़ी-बड़ी बैठकों में पेशेवर पोशाक के बजाए जयंती साड़ी पहनकर भारतीय महिला के वजूद को दर्शाती हैं।
साड़ी पहने के बारे में जयंती ने कहा, हर इंसान को वही कपड़े पहने चाहिए, जिसमें वह सहज महसूस करता है। मैं केवल यह दर्शाना चाहती हूं कि साड़ी एक ऐसा परिधान है, जिसे विशेष समारोहों के अलावा रोजमर्रा के जीवन में भी पहना जा सकता है। यह भी एक सक्रिय और फिट जीवनशैली को दर्शाती है।
टाटा मुंबई मैराथन में दौड़ रहीं जयंती हजारों लोगों के बीच अपनी अलग पहचान बनाए दौड़ेंगी। उनकी यह दौड़ अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करेगी और ऐसी उम्मीद जताई जा सकती है कि इस मैराथन के अगले संस्करण में जयंती के अलावा अन्य महिलाएं भी साड़ी में महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बन नजर आएंगी।
खेल-कूद
भारतीय स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह बने टेस्ट के नंबर 1 गेंदबाज
पर्थ। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने बुधवार को ताजा टेस्ट रैंकिंग जारी की है। टेस्ट गेंदबाजों की रैंकिंग में बड़ा उथलपुथल हुआ है और भारतीय स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह नंबर 1 गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा को पछाड़ा है। बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करते हुए 8 विककेट झटके थे। जिसका फायदा अब उन्हें रैंकिंग में हुआ है।
बुमराह को दो स्थान का फायदा हुआ है वे तीन नंबर से उठकर 883 की रेटिंग अंक के साथ सीधा टॉप पर पहुंच गए हैं। बुमराह एक कैलेंडर वर्ष में दूसरी बार पहले स्थान पर पहुंचे हैं। रबाडा 872 रेटिंग अंक के साथ दूसरे स्थान पर हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड 860 रेटिंग अंक के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पर्थ टेस्ट में नहीं खेले थे। बावजूद इसके उन्हें के स्थान का फायदा हुआ है। अश्विन 807 रेटिंग अंक के साथ चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस मैच में सिर्फ तीन विकेट लेने के बाद शीर्ष पांच से बाहर हो गए हैं। नाथन लियोन भी एक स्थान गिरकर आठवें नंबर पर आ गए हैं। उनके 782 रेटिंग अंक हैं।
भारतीय ऑलराउंडर रवीद्र जडेजा को भी एक स्थान का नुकसान हुआ है। वे 794 की रेटिंग अंक के साथ सातवे स्थान पर हैं। वहीं श्रीलंका के तेज गेंदबाज प्रभाथ जयसूर्या दो स्थान के फायदे के बाद 801 रेटिंग अंक के साथ पांचवे नंबर पर हैं।
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