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मुख्य समाचार

हाइपरलूपटीटी ने चीन में हाईस्पीड टेस्ट ट्रैक बनाने को किया समझौता

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सैन फ्रांसिस्को, 19 जुलाई (आईएएनएस)| अमेरिका की हाइपरलूप ट्रांसपोर्टेशन टेक्नॉलजीज (हाइपरलूपटीटी) चीन में पहले हाइपरलूप प्रणाली बनाने के लिए तैयार है, क्योंकि कंपनी ने गुइझोऊ प्रांत में परीक्षण ट्रैक बनाने के लिए चीन के साथ समझौता किया है। हाइपरलूपटीटी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि चीन के टोंगरेन ट्रांसपोर्टेशन एंड टूरिज्म इंवेस्टमेंट समूह के साथ शुरुआती 10 किलोमीटर ट्रैक बनाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया गया है।

इस समझौते के तहत, हाइपरलूपटीटी प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग विशेषज्ञता, और जरूरी उपकरणों की आपूर्ति करेगी। यह प्रणाली जमीन पर ही हवाई जहाज की गति हासिल करने के लिए बनाई गई है।

टोंगरेन इस प्रणाली के सर्टिफिकेशन, नियामक ढांचा, और प्रणाली के निर्माण के लिए जिम्मेदार होगी।

बयान में कहा गया कि इस परियोजना का वित्त पोषण एक सरकारी-निजी भागीदारी तहत की जाएगी और 50 फीसदी फंड सीधे टोंगरेन देगी।

हाइपरलूपटीटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डिर्क एहलबोर्न ने कहा, हमने सोचा है कि हाइपरलूप सिल्क रोड इकोनॉमिक बेल्ट में वृहतर भूमिका निभाएगा, और इस क्षेत्र को बाकी दुनिया से जोड़ेगा।

एहलबोर्न ने आगे कहा, टोंगरेन की विशिष्ट नक्शासाजी से हमें अपने भागीदारों के साथ हमारे विभिन्न निर्माण विधियों को परिशोधित करने की अनुमति देंगी।

इस साल अबूधाबी और यूक्रेन के साथ समझौते की घोषणाओं के साथ ही हाइपरलूपटीटी का यह 12वां समझौता है और तीसरा वाणिज्यिक समझौता है।

टोंकरेन के मेयर चेन शाओरोंग ने कहा, इस परियोजना के पूरा होने के बाद, चीन की हाइपरलूप प्रणाली के अनुसंधान और विकास में तेजी आएगी और गुइझाऊ प्रांत में हाइटेक प्रौद्योगिकी और उपकरणों के निर्माण उद्योग का विकास होगा।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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