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विधानसभा चुनाव : तृणमूल एआईएडीएमके सत्ता में बरकरार, असम केरल में उथलपुथल

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विधानसभा चुनाव : तृणमूल, एआईएडीएमके सत्ता में बरकरार, असम, केरल में उथलपुथल

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विधानसभा चुनाव : तृणमूल, एआईएडीएमके सत्ता में बरकरार, असम, केरल में उथलपुथल

नई दिल्ली| विधानसभा चुनाव परिणामों के गुरुवार के नतीजों को देखते हुए पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और तमिलनाडु की सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) सत्ता में वापसी करने जा रही हैं। असम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जीत की राह पर है और केरल में वाम मोर्चे ने वापसी की है। सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होने के बाद दो घंटों के रूझान से पता चला है कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल के उम्मीदवार 289 जगहों में से 199 में आगे हैं।

वाम व कांग्रेस दूसरे स्थान पर है, दोनों क्रमश: 37 व 41 निर्वाचन क्षेत्रों में आगे हैं। भाजपा 12 जगहों पर आगे चल रही है। पश्चिम बंगाल विधायिका में 294 सदस्य हैं।

वहीं, तमिलनाडु में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम ने एग्जिट पोल को गलत साबित कर दिया और सत्ता पर काबिज होती दिखी। इसके उम्मीदवार 132 निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रहे हैं और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके)-कांग्रेस गठबंधन 69 निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रहा है।

पाट्टाली मक्कल कॉची (पीएमके) चार जगहों पर आगे है। तमिलनाडु विधानसभा में 234 सीटें हैं।

वहीं, एआईएडीएमके की जीत सुनिश्चित होते ही चेन्नई में पार्टी नेता और मुख्यमंत्री जे. जयललिता के आवास के बाहर जश्न शुरू हो गया।

पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में पुरानी सरकार ही वापसी कर रही हैं, जबकि असम व केरल में सरकार बदलनें जा रही हैं।

असम में पहली बार भाजपा जीत की राह पर है। इसके गठबंधन के उम्मीदवार 65 निर्वाचन क्षेत्रों में आगे हैं। वहीं, कांग्रेस 28 सीटों पर आगे है। एआईयूडीएफ 17 जगहों पर आगे है।

असम में 126 सदस्यीय विधायिका है।

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाला वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) को गद्दी से उतारने जा रहा है।

एलडीएफ उम्मीदवार 85 सीटों पर आगे हैं। यूडीएफ 53 सीटों पर आगे हैं। भाजपा एक सीट पर आगे है।

डीएमके-कांग्रेस गठबंधन और ऑल इंडिया एन.आर. कांग्रेस के बीच पुदुच्चेरी में नजदीकी मुकाबला है। दोनों क्रमश: 10 और नौ निर्वाचनक्षेत्रों में आगे हैं। केंद्र शासित प्रदेश में 30 सदस्यीय विधानसभा है।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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