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मप्र : संविदा शिक्षकों, अध्यापकों के समर्थन में कांग्रेस का विधानसभा से बहिर्गमन

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मप्र : संविदा शिक्षकों, अध्यापकों के समर्थन में कांग्रेस का विधानसभा से बहिर्गमन

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मप्र : संविदा शिक्षकों, अध्यापकों के समर्थन में कांग्रेस का विधानसभा से बहिर्गमनभोपाल| मध्य प्रदेश विधानसभा में सोमवार को कांग्रेस विधायकों ने संविदा शिक्षकों व अध्यापकों को उनका हक न दिए जाने और 1,440 करोड़ रुपये की राशि पेंशन फंड में जमा न किए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और सदन से बहिर्गमन कर गए। विधानसभा में सोमवार को शून्यकाल के दौरान अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ से कांग्रेस विधायक फुंदेलाल सिंह माकरे ने संविदा शिक्षकों, अध्यापकों से सरकार द्वारा पूर्व में किए गए वादों को पूरा न किए जाने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि इन वर्गो को एक तरफ अपना हक नहीं मिल रहा है, दूसरी तरफ उनके वेतन से काटी गई 1,440 करोड़ रुपये की राशि को पेंशन फंड में जमा नहीं किया गया है। यही कारण है कि लोगों को अपनी मांगें पूरी कराने के लिए आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ता है।

माकरे की बात का अन्य विधायकों ने भी समर्थन किया। कांग्रेस विधायक दल के प्रभारी नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन ने कहा कि संविदा शिक्षकों व अध्यापकों को उनका हक नहीं दिया जा रहा है। शिक्षा विभाग में संविलियन नहीं किया गया। छठे वेतनमान का लाभ नहीं मिला है। अपनी मांगों को लेकर जब लोग सड़क पर उतरते हैं, तो सरकार उन पर लाठी बरसाती है। लिहाजा सरकार के इस रवैये के खिलाफ कांग्रेस विधायक बहिर्गमन करते हैं।

उल्लेखनीय है कि राज्य में लगभग चार लाख अध्यापक हैं। इनके वेतन से हर माह 10 प्रतिशत की राशि पेंशन फंड के लिए काटी जाती है। यह राशि बीते 18 माह से अध्यापकों को वेतना से काटी तो जा रही है, मगर यह पेंशन फंड में जमा नहीं हो रही है। कांग्रेस का आरोप है कि पेंशन के लिए काटी गई 1,440 करोड़ रुपये की राशि सरकार दबाकर बैठी है।

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

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